ग्रामीणों ने बताया कि रातभर सेक्टर-27 में सत्यसाईं अस्पताल के पास अवैध खनन किया जाता है। इसके बाद नवागांव रेलवे फाटक के बगल में रेलवे की जमीन पर स्टॉक किया जा रहा है। फिर दिनभर सप्लाई की जाती है। खनन माफियाओं ने इस जगह को 20 फीट गहरा कर दिया है। एक ओर जहां रेलवे स्टेशन का काम तेजी से चल रहा है, वहीं दूसरी ओर इसके आसपास के इलाके से लाखों रुपए का खनिज अवैध रूप से निकाल कर बेचा जा रहा है।
रात ही नहीं दिन में भी खुलेआम खनन खनिज माफिया रात में ही सक्रिय रहते हैं ऐसा नहीं है, दिन में भी खुलेआम बेखौफ होकर खनन करते रहता है। चौंकाने वाली बात यह है कि जैसे ही खनिज अधिकारी को अवैध खनन की शिकायत मिलती है, वैसे ही खनन माफियाओं को भी शिकायत के बारे में पता चल जाता है, इसके बाद खनिज टीम के आने तक कुछ देर के लिए खनन बंद कर दिया जाता है। चर्चा यह भी है कि खनिज विभाग के कुछ अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत से ही खनिज माफिया अवैध खनन को अंजाम दे रहे हैं।
जमीन को पाटने में लगेंगे करोड़ों रुपए खनिज माफियाओं द्वारा किए गए अवैध खनन से हुए गड्ढे को फिर से पाटने में एनआरडीए को अरबों रुपए खर्च करना पड़ेगा। क्योंकि रेलवे स्टेशन शुरू होते ही इस क्षेत्र को फिर से पाटना पड़ेगा। अधिकारियों की लापरवाही से शासन को अरबों रुपए की चपत लगना तय है।
यहां हो रहा है खनन पूरे इलाके में सक्रिय खनिज माफिया नवा रायपुर इलाके में दहशत कायम कर खुलेआम खनन का काम करते हैं। इसके अलावा कंपनियों द्वारा नवागांव, दरबा, नकटा, कुटेसर, गोढ़ी, जुगेशर और मंदिर हसौद के आसपास का भी दायरा बढ़ा लिया गया है।
इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पार्किंग को बना दी खाई नवा रायपुर में कई जगहों पर खुलेआम मुरुम की अवैध खुदाई हो रही है। परसदा स्टेडियम की पार्र्किंग की जमीन व इससे लगे गांवों में कई महीनों से 50 एकड़ से Óयादा जमीन पर मुरुम का अवैध खनन किया जा रहा है। गांव वालों ने शिकायत एक दर्जन से Óयादा बार जिला खनिज विभाग के अफसरों से की, लेकिन कोई भी कार्रवाई के लिए नहीं आया।
खनिज विभाग के उप संचालक हरिकेश मारवाह ने बताया कि शिकायत मिली है। टीम रात में गई थी, लेेकिन मौके पर कोई नहीं मिला। टीम पहुंचने से पहले खनिज करने वाले भाग जाते हैं।