scriptनियोनेटल टिटनेस, काली खांसी और गलघोंटू के खात्मे के लिए चलेगा वीपीडी | VPD will run for the elimination of neonatal tetanus | Patrika News

नियोनेटल टिटनेस, काली खांसी और गलघोंटू के खात्मे के लिए चलेगा वीपीडी

locationरायपुरPublished: Nov 19, 2019 10:05:18 pm

Submitted by:

abhishek rai

बीमारी के खात्मे के लिए सर्विलेंस सार्थक साबित हुआ। इसी को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से परट्यूसिस, न्यूनेटल टेटनस और डिप्थेरिया को ढूंढा जाएगा।

नियोनेटल टिटनेस, काली खांसी और गलघोंटू के खात्मे के लिए चलेगा वीपीडी

नियोनेटल टिटनेस, काली खांसी और गलघोंटू के खात्मे के लिए चलेगा वीपीडी

रायपुर. देशभर के कई राज्यों में नियोनेटल टिटनेस, परट्यूसिस (काली खांसी) और डिप्थेरिया (गलघोंटू) बीमारी के खात्मे के लिए विशेष सर्विलेंस कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। प्रदेश में भी अब इन बीमारियों के लिए वैक्सीन प्रीवेंटेबल डिजीस (वीपीडी) सर्विलेंस कार्यक्रम चलाया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि देश में सबसे पहले पोलियो और मीजिल्स (खसरा) को लेकर सर्विलेंस कार्यक्रम चलाए गए थे। बीमारी के खात्मे के लिए सर्विलेंस सार्थक साबित हुआ। इसी को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से परट्यूसिस, न्यूनेटल टेटनस और डिप्थेरिया को ढूंढा जाएगा। देश के 12 राज्यों में वीपीडी शुरू हो चुकी है, इसमें हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और उत्तराखंड शामिल है। यहां प्राइमरी हेल्थ सेंटर (पीएचसी), कम्युनिटी हेल्थ सेंटर (सीएचसी), डिस्ट्रिक्ट अस्पताल (डीएच) समेत प्राइवेट अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं।
तीनों बीमारियों की पहचान के लिए वीपीडी सर्विलेंस कार्यक्रम छत्तीसगढ़ में जल्द शुरू किया जाएगा। इसकी शुरूआत के पहले राज्य स्तरीय कार्यशाला कर चिकित्सकों और विषय विशेषज्ञों को कार्यक्रम की जानकारी दी गई है।
डॉ. नितिन पाटिल, प्रमुख, वीपीडी सर्विलेंस कार्यक्रम, छत्तीसगढ़

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो