रायपुर स्टेशन के मुख्य फेस की तरफ जितनी ट्रेनें लगती हैं, उतनी ही गुढि़यारी साइड भी।रेलवे के आंकड़े के अनुसार यहां से रोजना 40 हजार यात्रियों की आवाजाही होती है।रायपुर डिवीजन में चलने वाली दर्जनभर से अधिक ट्रेनों में पानी भरने की सुविधा दुर्ग जंक्शन में है।वहीं रायपुर से चलने वाली कोरबा और गरीब रथ जैसी ट्रेनों की साफ-सफाई से लेकर पानी भरने की व्यवस्था प्लेटफार्म नंबर छह में की जा रही है।स्टेशन प्रबंधन के अनुसार सबसे अधिक समस्या ओडिशा की तरफ से आने वाली पुरी-अहमदाबाद में यात्रियों को होती है।स्टेशन डायरेक्टर वीपीटी राव का कहना है कि पुरानी पाइप को बदला जा रहा है।नई पाइप लगाई जा रही है।किसी भी ट्रेन में पानी खत्म होने की स्थिति में स्पीड के साथ पानी भरा जा सकेगा।
रायपुर जंक्शन पहुंचने वाली लंबी दूरी की ट्रेनें 12 घंटे देर से चल रही हैं।सिकंदराबाद-दरभंगा 12 घंटे, बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस 4 घंटे, आजाद हिंद एक्सप्रेस 3 घंटे लेट चलने के कारण यात्री परेशान हुए।पूछताछ केंद्र और प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की भीड़ लगी रही।
ए-1 श्रेणी के स्टेशन में यह सुविधा
ट्रेनों में पानी खत्म होने से यात्रियों को परेशानी होती है। आए दिन इसे लेकर रायपुर स्टेशन में यात्री हंगामा करते हैं। यहां पानी भरने की सुविधा नहीं होने के कारण दुर्ग जंक्शन भेजना पड़ता था। अब ए-1 श्रेणी के रायपुर स्टेशन में यह सुविधा मिलने जा रही है।