इस साल छत्तीसगढ़ में मानसून 12 दिनों की देरी से आया है। मानसून के पहुंचते ही राजधानी रायपुर समेत और कई जिलों में बादल छाए हुए है। कल बुधवार को रायपुर समेत कई जगहों में दिनभर बदल छाये हुए थे पर बरसे नहीं, रात में हलकी बूंदे गिरने से मौसम ठंडा हो गया।
मानसून छत्तीसगढ़ से आगे निकल गया। मानसून मप्र, गुजरात, दिल्ली होते हुए हिमाचल प्रदेश तक पहुंच चुका है। कुछ दिनों से मानसून राजस्थान होते हुए पाकिस्तान चला जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार मानसून छत्तीसगढ़ के सभी संभागों के जिलों से होते हुए बुधवार को आगे निकल गया। प्रदेश के सभी जिलों में अनेक स्थानों पर ठीक-ठाक वर्षा हुई है। कुछ जगहों पर हो रही है। गुरुवार को भी प्रदेश में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की अति संभावना है। प्रदेश के उत्तरी तथा दक्षिणी भाग में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की अधिक संभावना है। दरअसल, एक ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा उत्तरी-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उत्तरी उड़ीसा के समुद्री तट पर बना हुआ है। इसकी ऊंचाई समुद्री तट से ७.६ किमी है, ओरउत्तरी पश्चिमी दिशा में बढ़ रहा है। मानसून द्रोणिका भी पश्चिम राजस्थान से होकर उत्तरी पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक मप्र दक्षिण पूरवी उत्तर प्रदेश झारखंड से उड़ीसा जा रही है। इसकी ऊंचाई समुद्र तट से १.५ किमी तक है। इस कारण से प्रदेश के कुछ भागों में भारी वर्षा होने की अति संभावना है। राजधानी में आकाश सामान्यत: मेघमय रहने तथा शाम या रात में वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की अति संभावना है। अधिकतम तापमान ३० डिग्री के आसपास रहेगा।