यह तकनीक प्रत्येक नागरिक को आनी चाहिए
संस्थान के अध्यक्ष विनीत अग्रवाल ने बताया की बेसिक लाइफ सपोर्ट की जानकारी से मेडिकल इमरजेंसी के वक्त किसी की भी जान बचाई जा सकती है। बहुत कम लोगों को इसकी जानकारी है जिसकी वजह से मरीज सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाता और हम एक बहुमूल्य जान गवां देते हैं। यदि हमारे आसपास किसी के साथ ऐसी घटना होती है तो उस समय शांत मन व धैर्य से जीवन रक्षक तकनीकों का प्रयोग करना चाहिए। यह तकनीक प्रत्येक नागरिक को आनी चाहिए।
अगला चरण ट्रैफिक पुलिस और रेलवे कर्मचारी को प्रशिक्षण देने का
कार्यक्रम निदेशक डॉ. प्रीति सतपथी ने कहा है कि संस्थान ने अपनी नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए इस अभियान की शुरुआत की गई है, जिससे किसी मरीज को बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि आगे भी यह अभियान जारी रहेगा। अगले चरण में ट्रैफिक पुलिस और रेलवे कर्मचारी को प्रशिक्षण देने का है।