इसके बाद ठग वाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर हैक कर लेते है। फिर वाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर को अपनी मर्जी से चलाने लगते हैं। उसमें जुड़े लोगों को वाट्सएप मैसेज भेजकर अर्जेंट बताकर रकम की मांग करते हैं। रायपुर के 8 लोग इस तरह की ठगी के शिकार हो चुके हैं। इससे बचने के लिए रायपुर पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।
वर्कफ्रॉम होम का झांसा देकर ठगी का नेटवर्क चलाने वाले तीन पकड़े
जियो के नंबर वालों को आ रहे हैं ज्यादा कॉल
पुलिस के मुताबिक जिन लोगों के पास जियो का सिम है, उनके पास इस तरह के कॉल ज्यादा आ रहे हैं। ठग जियो सिम चलाने वालों को कॉल करके नेटवर्क तेज करने का आश्वासन देते हैं। पुलिस के पास जितने पीडि़त पहुंचे हैं, उनके पास जियो का ही सिम है।
ऐसे दे रहे हैं झांसा
साइबर ठग जियो सिम धारक ग्राहकों को कॉल करते हैं और खुद को रिलायंस कंपनी का कर्मचारी बताते हैं। इसके बाद नेटवर्क तेज करने का झांसा देते हैं। नेटवर्क तेज करने के लिए एक शॉर्ट कोड स्टार 401 स्टार 10 डिजीट मोबाइल नंबर लिखकर भेजते हैं और इसमें कॉल करने के लिए कहते हैं।
मोबाइल कर लेते हैं अपने कंट्रोल में
अगर कोई साइबर ठगों के बताए शॉर्ट कोड में कॉल करता है, तो उनका मोबाइल ठगों के कंट्रोल में आ जाता है। ठग वाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर को हैक करके अपने हिसाब से चलाने लगते हैं और उसमें जुड़े को मैसेज भेजकर पैसों की मांग करते हैं। इसके अलावा आपके मोबाइल में आने वाले हर कॉल को सुन सकते हैं।
5 दिन में 8 से ठगी
साइबर ठगों ने रायपुर के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले 8 लोगों से ठगी की है। पिछले पांच दिनों से ही इस तरह की ठगी के मामले पुलिस के पास आना शुरू हुआ है। साइबर ठग 50 हजार से 70 हजार रुपए ही मांग रहे हैं, जिसे आसानी से कोई दे सके।
ऐसे बच सकते हैं
-अनजान व्यक्ति के कहने पर स्टार या हैश लगाकर कोई नंबर डायल न करें।
-अपने वाट्सएप पर टू स्टेप वेरीफिकेशन कोड डालकर रखें।
-तत्काल अपना सिम रि-इश्यू करवाएं।
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