मरवाही में मतदान हो चुका, अब दावों-प्रतिदावों, कयासों का सिलसिला चल रहा है जो 10 नवंबर को नतीजा आने के बाद ही थमेगा। कोरोना संकट और फसल कटने की व्यस्तता के बीच हुए इस उप-चुनाव में अनुमानों के विपरीत मतदाता बड़ी तादात में वोट देने निकले। सभी बूथों की ईवीएम मशीनों के पहुंचने के बाद आंकड़ा 77.89 फीसदी वोट डाले गये।
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मुख्य मुकाबले में रही कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के नेता और समर्थक इस मतदान को अपनी सहूलियत के अनुसार परिभाषित कर रहे हैं। कांग्रेस के लिये वोटर जिले के गठन और सरकार के विकास कार्यों पर मुहर लगाने के लिये निकले तो भाजपा की निगाह में भीड़ सरकार को सबक सिखाने के लिये बूथों में पहुंची थी। समान बात यह है कि जीत के उस आंकड़े की बात कोई नहीं कर रहा है जिसे जोगी हासिल कर लिया करते थे। दावा, बस अच्छे बहुमत से जीत का किया जा रहा है।
मतलब साफ है कि मुकाबला तगड़ा हुआ है। मरवाही के मन में क्या है इस पर नतीजा आने तक चर्चा और लगे हाथ सट्टेबाजी का दौर भी शुरु हो गया है। मतदान होने के बाद कांग्रेस भाजपा के नेताओं ने बू्रथवार वोटों का गुणाभाग किए हैं जिसमें दोनों पार्टी द्वारा चुनाव जीतने का खुलकर दावा किया जा रहा है लेकिन जोगी के 2018 के विधानसभा के आंकड़े को पार करने के सवाल पर यह कह दिया जा रहा है कि चुनाव हम जीत रहे हैं अच्छे मतों से जीत रहे हैं। जानकारी के अनुसार 2018 विधानसभा चुनाव में 237 बूथ में कांग्रेस केवल 4 बूथ जीत पाई थी।
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प्रभारी मरवाही विधानसभा व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा, हम जोगी के रिकार्ड तोडऩे के लिए नहीं जीतने के लिए चुनाव लड़े हैं। क्षेत्र की जनता विकास चाहती है इसलिए हमें अच्छे मतों से जीताएगी।
भाजपा प्रभारी मरवाही विधानसभा अमर अग्रवाल पूर्व मंत्री ने कहा, मेरा अनुमान है मरवाही की जनता भाजपा को जीताएगी। कांग्रेस के धनबल का उपयोग करने के बाद भी उसे नकारेगी। मैं किसी के रिकार्ड तोडऩे की बात नहीं करता जीत का दावा कर रहा हूं।