टेक्नोलॉजी से मिला फायदा गायनेकोलॉजी में टेक्नोलॉजी का फायदा मिलने लगा है। जो परेशानियां पाचवें या सातवें महीने में पता चलती थीं वे अब तीन महीने में ही डिडक्ट होने लगी हैं। समय पूर्व डिलीवरी के लिए कई चीजें जिम्मेदार है। कई बार कॉम्पलिकेशन के चलते हमें बच्चा जल्दी निकालना पड़ता है, क्योंकि अगर वह भीतर रहा तो जच्चा-बच्चा दोनों को खतरा हो सकता है। इसके अलावा कई बार मां का बीपी बढ़ा होता है या बच्चे की ग्रोथ कम हो गई हो। ऐसे में उसे भीतर रखा तो प्रॉब्लम बढ़ जाएगी। हालांकि एनएसआईयू
के चलते एक किलो के बच्चे भी बच जाते हैं।
के चलते एक किलो के बच्चे भी बच जाते हैं।
इन कारणों से आती है परेशानियां जंक फूड खाने और फिजिकल एक्टिविटी न होने से मोटापे का खतरा बना रहता है। इस वजह से बीपी, डायबिटीज की समस्या भी गहरा जाती है। हालांकि गांवों में यह परेशानी नहीं लेकिन वहां अच्छी मेडिकल सुविधा नहीं है।