हाउसिंग बोर्ड की कॉलोनी में लगी लिफ्ट के अचानक बंद होने की वजह से महिला आधे घंटे तक चिल्लाती रही। यहां पर ब्लॉक नंबर-22 में यह घटना घटी। पीडि़त महिला दीप जोशी ने बताया कि वह लिफ्ट में थी।
महिला पीटती रही दरवाजा, चिखती-चिल्लाती रही
अचानक लिफ्ट बंद हो गया, जिससे सांस लेने में तकलीफ होने लगी। वह जोर-जोर से लिफ्ट का दरवाजा पीटती रही। काफी मिन्नेंत की, तब जाकर यहां किसी अन्य महिला ने इसी ब्लॉक में रहने वाली बलवंत कौर बल को सूचना दी। यहां बलवंत कौर ने एक मास्टर चाबी से लिफ्ट को खोलने की कोशिश की, फिर भी लिफ्ट नहीं खुली। तब यहां रहने वाले गार्ड को इसकी जानकारी दी गई, तब जाकर लोहे की रॉड से लिफ्ट खुली और जान बचाई जा सकी।
इस मामले में हाउसिंग बोर्ड (अटलनगर) के कार्यपालन अभियंता दिलीप राठी से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि ये सीएसईबी के कर्मचारी थे। मेंटेंनेस के लिए आए थे। घटना के बाद उन्हें दोबारा ऐसी गलती नहीं करने की हिदायत दी गई है। घटना के विषय में कॉलोनी निवासी बलंवत कौर ने कहा कि आए दिन इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हाउसिंग बोर्ड ने कई घटनाओं के बाद भी जिम्मेदारी नहीं दिखाई है। यदि लिफ्ट खोलने में थोड़ी भी देर हो जाती तो महिला की जान जा सकती थी।