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इस समिति की महिलाओं के बनाए Ready To Eat खाकर गंभीर कुपोषण से दूर हुए कुपोषित बच्चे

locationरायपुरPublished: May 25, 2019 03:56:50 pm

Submitted by:

Akanksha Agrawal

छत्तीसगढ़ में कई बच्चे गंभीर कुपोषण (Malnutrition) से जुझ रहे हैं। इस कुपोषण को दूर करने सरकार हर साल वजन त्यौहार का आयोजन करती है और महिला एवं बाल विकास विभाग (Women and child development department) इन बच्चों के लिए रेडी टू ईट (Ready To Eat) का पैकेट तैयार करता है। जिसमें इन बच्चों को कुपोषण (Malnutrition) से निजात दिलाने के लिए उन्हे जरुरी पोषक तत्व दिए जाते हैं।

Ready to eat meal

इस समिति की महिलाओं के बनाए Ready To Eat खाकर गंभीर कूपोषण से दूर हुए कुपोषित बच्चे

सरिता दुबे@रायपुर. महिला बाल विकास विभाग (Women and child development department) हर साल वजन त्योहार में आए गंभीर कुपोषित बच्चों (Malnutrition Children) को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराकर उन्हें मध्यम कुपोषण की श्रेणी में लाता है लेकिन कुछ महिलाओं ने अपने खर्चे से ही रेडी टू ईट के 70 पैकेट 5 आंगनबाड़ी केंद्रों में बांटे।
इनमें अकेले राजा तालाब की आगंनबाड़ी में 30 बच्चों में से 15 बच्चे इन महिलाओं द्वारा बनाए रेडी टू ईट (Ready To Eat meal) खाकर गंभीर कुपोषण (Child Malnutrition) से मध्यम कुपोषण के स्तर पर आ गए। जहां महिला बाल विकास विभाग रेडी टू ईट खिलाकर बड़े-बड़े दावे करता है कि हमने कुपोषण का स्तर कम कर दिया है हर साल 2 फीसदी कुपोषण कम हो रहा है। वहीं महिलाओं द्वारा बनाए रेडी टू ईट के पैकेट से ही बच्चों को बिना भर्ती किए ही गंभीर कुपोषण दूर हो रहा है। रायपुर में 2 परियोजनाएं चलती है इसमें 24 हजार 684 बच्चे पढ़ते है।

यह अंतर है विभाग और समिति के रेडी टू ईट में
महिला बाल विकास (Women and child development department) द्वारा बनाए जा रहे रेडी टू ईट में गेहूं, सोयाबीन, फल्ली और तेल का उपयोग किया जाता है, जबकि समिति के बनाए रेडी टू ईट में तुअर, मूंग, उड़द दाल, अंकुरित मूंग, अकुरित गेहूं, फल्लीदाना, काजू और बादाम मिलाया जाता है। इसकी लागत थोड़ी अधिक आती है लेकिन विभाग प्रोटीन पर फोकस कर रहा है और विभाग के रेडी टू ईट (Ready To Eat meal) में प्रोटीन का स्तर 12.75 है, जबकि समिती के बनाए रेडी टू ईट में प्रोटीन 19.86 है। समिती की महिलाओं ने विभाग सचिव एम गीता के पास गंभीर कुपोषित (Child Malnutrition) बच्चों को ये पैकेट देने की मांग की तो उन्होने कहा कि हम इतना महंगा पैकेट नहीं दे सकते है।

Ready to eat meal

विभाग का बनाया रेडी टू ईट में
100 ग्राम में – 410.19 कैलोरी
100 ग्राम में – 12.75 प्रोटीन

समिती का बनाया रेडी टू ईट
100 ग्राम में- 407.07 कैलोरी
100 ग्राम में- 19.86 प्रोटीन
100 ग्राम में- 71.13 कार्बोहाइड्रेट
100 ग्राम में- 4.79 फैट

बीते 6 माह से समूह काम कर रहा
जैन समाज की महिलाओं ने अर्पण सेवा समिति बनाई है इस समिति के माध्यम से वे जनसेवा कर रही है और रेडी टू ईट इसी जनसेवा का ही एक हिस्सा है। समिति की सदस्य साधना दुग्गड़ ने बताया कि वे अपने खर्चे से और समाज के दानदाताओं के दिए दान की रकम से ही रेडी टू ईट (Ready To Eat) बना रही है इसके लिए वे 210 पैकेट के लिए 25 हजार रुपए खर्च कर रही है।

उन्होंने बताया कि हमारे ग्रुप में अभी 25 महिलाएं है 4 महिलाओं से ग्रुप की शुरुआत की थी। समिति द्वारा मुख्य रूप से बच्चों और महिलाओं के लिए कार्य किया जाता है। अपने समूह द्वारा बनाए रेडी ट ईट के इतने सही परिणाम आने पर समिती के सारे सदस्य बहुत खुश है और वे चाहते है कि गंभीर कुपोषित बच्चों को उनके ये पैकेट दिए जाए।
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