अफवाह के सिवा कुछ नहीं
शुक्रवार को हर कोई मैदान में हो रही पूजा को देखकर रुका और प्रयोजन जानने की कोशिश की। पूजा-पाठ के दौरान महिलाएं 9 के जोड़े में पूजा सामग्री लेकर जमीन में गड्ढा खोदकर रूठी देवी को मनाने में लगी रहीं। वहीं, धर्म के जानकारों ने इसे एक अफवाह बताया। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि यह अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाली बात है। कोरोना का इलाज दवा से ही संभव है और बचाव के लिए लोगों को सरकार के बताए निर्देशों का पालन करना चाहिए।
ऐसे फैली अफवाह
समाजसेवी सुमन शील ने बताया कि उन्होंने पूजा-पाठ करने वाले महिलाओं और उनके साथ कुछ लोगों से पूछा तो उन्होंने बिहार के पटना से परिजन द्वारा कोरोना माई की जानकारी मिलने की बात कही। दावा किया कि सोमवार और शुक्रवार को इनकी पूजा की जानी है। बिहार प्रशासन भी इस अफवाह को रोकने की कोशिशें कर रहा है, मगर अब इसका असर हजारों किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ में दिख रहा है।