इसलिए जरूरत
माओवादियों ने बड़ी संख्या में महिला यूनिट को अपने कॉडर में शामिल किया है। वह फोर्स का ध्यान भटकाने से लेकर विस्फोटक बिछाने और ऑपरेशन्स में शामिल रहती हैं। तलाशी अभियान के दौरान उनके सामने आने से सुरक्षाबलों को परेशानियों के साथ ही कानूनी अड़चनें आती हैं। फोर्स का रास्ता रोकने के लिए महिला माओवादी छेड़छाड़ और अनाचार का आरोप तक मढ़ देती हैं। इसके कारण कई बार फोर्स को अपनी कार्रवाई बंद कर खाली हाथ लौटना पड़ा है। इसे देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार इसके गठन के कवायद में जुटी हुई थीं।
माओवादियों ने बड़ी संख्या में महिला यूनिट को अपने कॉडर में शामिल किया है। वह फोर्स का ध्यान भटकाने से लेकर विस्फोटक बिछाने और ऑपरेशन्स में शामिल रहती हैं। तलाशी अभियान के दौरान उनके सामने आने से सुरक्षाबलों को परेशानियों के साथ ही कानूनी अड़चनें आती हैं। फोर्स का रास्ता रोकने के लिए महिला माओवादी छेड़छाड़ और अनाचार का आरोप तक मढ़ देती हैं। इसके कारण कई बार फोर्स को अपनी कार्रवाई बंद कर खाली हाथ लौटना पड़ा है। इसे देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार इसके गठन के कवायद में जुटी हुई थीं।
नई बटालियन
राज्य सरकार की स्वीकृति के बाद छत्तीसगढ़ आम्र्स फोर्स (सीएएफ) की तीन नई बटालियन क्रमांक १९, २० और २१ का गठन किया गया है। इसमें करीब २५०० लोगों की आरक्षक और अन्य पदों पर भर्ती की गई है। इसे शुरू करने के लिए शेष पदों को पदोन्नति के पूरा किया जाएगा। गौरतलब है कि इस नई बटालियन का मुख्यालय महासमुंद में बनाया गया है।
राज्य सरकार की स्वीकृति के बाद छत्तीसगढ़ आम्र्स फोर्स (सीएएफ) की तीन नई बटालियन क्रमांक १९, २० और २१ का गठन किया गया है। इसमें करीब २५०० लोगों की आरक्षक और अन्य पदों पर भर्ती की गई है। इसे शुरू करने के लिए शेष पदों को पदोन्नति के पूरा किया जाएगा। गौरतलब है कि इस नई बटालियन का मुख्यालय महासमुंद में बनाया गया है।
तैनाती होगी
छत्तीसगढ़ आम्र्स फोर्स की महिला यूनिट को माना में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके बाद उन्हें आवश्यकता के अनुसार बस्तर क्षेत्र में तैनात किया जाएगा।
– पी. सुंदरराज, डीआईजी, बस्तर
छत्तीसगढ़ आम्र्स फोर्स की महिला यूनिट को माना में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके बाद उन्हें आवश्यकता के अनुसार बस्तर क्षेत्र में तैनात किया जाएगा।
– पी. सुंदरराज, डीआईजी, बस्तर