अध्यक्ष बोले नहीं बुलाया था, साहू बोले बुलाने पर पहुंचे
भाजपा के रायपुर जिलाध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने बताया, बैठक में विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा के साथ-साथ आगामी कार्यक्रमों पर चर्चा होनी थी। पार्टी का फैसला था, प्रत्याशियों को नहीं बुलाया जाएगा, क्योंकि उनकी मौजूदगी में कार्यकर्ता खुलकर अपनी बात नहीं रख सकेंगे। इसी वजह से विधायक बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत और श्रीचंद सुंदरानी नहीं आए थे। ग्रामीण विधानसभा के प्रत्याशी नंद साहू बिना आमंत्रण के बैठक में आ गए थे। जब उनसे आग्रह किया गया, तो वे नाराज हो गए। हालांकि नंदे साहू का कहना था, उन्हें बैठक में आने के लिए पार्टी कार्यालय से ही फोन आया था। अखबारों में विधायक और पूर्व विधायकों को बुलाने की बात कहीं गई थी।
मारपीट के आरोपी कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकालने की मांग को लेकर आधी रात धरना-प्रदर्शन
समीक्षा बैठक में हंगामे को कवर कर रहे एक पत्रकार सुमन पाण्डेय के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने मारपीट कर दी। इसके विरोध में पत्रकारों ने एकात्म परिसर में धरना दिया। बाद में पीडि़त सुमन पाण्डेय की शिकायत पर मौदहापारा थाने में भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, भाजपा कार्यकर्ता उत्कल त्रिवेदी, विजय व्यास और दिनेश डोंगरे के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज हुई।
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा किपत्रकारों की सुरक्षा को लेकर हम अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। हमारी सरकार पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की दिशा में तेजी से बढ़ रही है। जनता कांग्रेस के प्रवक्ता सुब्रत डे ने इस घटना को लोकतंत्र की हत्या का प्रयास बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की है।