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भाजपा कार्यालय में हार से बौखलाए कार्यकर्ताओं का हंगामा, मांग रहे प्रदेश और जिला अध्यक्ष का इस्तीफा

locationरायपुरPublished: Feb 03, 2019 08:45:54 am

Submitted by:

Deepak Sahu

भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में शनिवार को हुई रायपुर जिले की समीक्षा बैठक में कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया

BJP workers

भाजपा कार्यालय में हार से बौखलाए कार्यकर्ताओं का हंगामा, मांग रहे प्रदेश और जिला अध्यक्ष का इस्तीफा

रायपुर. विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा में सिरफुटौवल जारी है। भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में शनिवार को हुई रायपुर जिले की समीक्षा बैठक में कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। वे लोग प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और जिला अध्यक्ष राजीव अग्रवाल के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। इसी दौरान इसका लाइव कवरेज कर रहे एक पत्रकार के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने मारपीट कर दी। मामले में पत्रकारों के धरने के बाद देर रात जिलाध्यक्ष राजीव सहित चार भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। देर रात उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
बैठक में मौजूद पूर्व विधायक और रायपुर ग्रामीण से पार्टी के उम्मीदवार रहे नंद कुमार साहू को देखकर जिला अध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने आपत्ति कर दी। उनका कहना था, प्रत्याशियों को बैठक में नहीं बुलाया गया है। उन्हें बाहर चले जाना चाहिए। इसके बाद कार्यकर्ता विरोध में खड़े हो गए।
कार्यकर्ता साहू को मंच पर बिठाने की जिद करने लगे। कुछ कार्यकर्ता उनके पास पहुंचकर उन्हें मंच की ओर ले जाने लगे, लेकिन साहू ने मंच पर जाने से इन्कार कर दिया। इसके बाद कार्यकर्ताओं के बीच ही विवाद गहरा गया। वरिष्ठ नेताओं ने काफी मशक्कत के बाद हालात काबू में किया। इस दौरान भी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश नेतृत्व की कार्यशैली को ही हार का कारण बताया। कार्यकर्ताओं का एक धड़ा रायपुर दक्षिण से विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहा था।

अध्यक्ष बोले नहीं बुलाया था, साहू बोले बुलाने पर पहुंचे
भाजपा के रायपुर जिलाध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने बताया, बैठक में विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा के साथ-साथ आगामी कार्यक्रमों पर चर्चा होनी थी। पार्टी का फैसला था, प्रत्याशियों को नहीं बुलाया जाएगा, क्योंकि उनकी मौजूदगी में कार्यकर्ता खुलकर अपनी बात नहीं रख सकेंगे। इसी वजह से विधायक बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत और श्रीचंद सुंदरानी नहीं आए थे। ग्रामीण विधानसभा के प्रत्याशी नंद साहू बिना आमंत्रण के बैठक में आ गए थे। जब उनसे आग्रह किया गया, तो वे नाराज हो गए। हालांकि नंदे साहू का कहना था, उन्हें बैठक में आने के लिए पार्टी कार्यालय से ही फोन आया था। अखबारों में विधायक और पूर्व विधायकों को बुलाने की बात कहीं गई थी।

मारपीट के आरोपी कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकालने की मांग को लेकर आधी रात धरना-प्रदर्शन
समीक्षा बैठक में हंगामे को कवर कर रहे एक पत्रकार सुमन पाण्डेय के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने मारपीट कर दी। इसके विरोध में पत्रकारों ने एकात्म परिसर में धरना दिया। बाद में पीडि़त सुमन पाण्डेय की शिकायत पर मौदहापारा थाने में भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, भाजपा कार्यकर्ता उत्कल त्रिवेदी, विजय व्यास और दिनेश डोंगरे के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज हुई।

उसके बाद पुलिस ने चारो को गिरफ्तार कर लिया। उनकी मांग थी कि मारपीट करने वाले कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर किया जाए। बिगड़ते हालात को देखते हुए पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया था। वहीं पत्रकारों का दल देर रात तक धरने पर बैठा था। पत्रकारों के धरने को समर्थन देने देर रात कांग्रेस रिसर्च सेल के अध्यक्ष इदरीस समेत अन्य कांग्रेसी भी पहुंचे।
सीएम ने किया ट्वीट, कांग्रेस व जनता कांग्रेस ने जताई आपत्ति
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा किपत्रकारों की सुरक्षा को लेकर हम अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। हमारी सरकार पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की दिशा में तेजी से बढ़ रही है। जनता कांग्रेस के प्रवक्ता सुब्रत डे ने इस घटना को लोकतंत्र की हत्या का प्रयास बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की है।
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