scriptगोद में लैपटॉप रखकर काम करने से पड़ता है फर्टिलिटी पर बुरा असर | Working with a laptop in your lap has a bad effect on fertility | Patrika News

गोद में लैपटॉप रखकर काम करने से पड़ता है फर्टिलिटी पर बुरा असर

locationरायपुरPublished: Jan 18, 2021 08:03:18 pm

Submitted by:

lalit sahu

लैपटॉप के इस्तेमाल से ज्यादा खतरनाक उससे जुड़ा वाईफाई कनेक्शन है। जिसे आप देर तक लैपटॉप के जरिए काम करते समय खुद पर रखकर इस्तेमाल करते हैं।
जानें लैपटॉप इस्तेमाल करने का क्या है सही तरीका

गोद में लैपटॉप रखकर काम करने से पड़ता है फर्टिलिटी पर बुरा असर

गोद में लैपटॉप रखकर काम करने से पड़ता है फर्टिलिटी पर बुरा असर

Keeping Laptop On Lap Can Cause Infertility : कोरोना वायरस के चलते वर्क फ्रॉम होम कल्चर काफी बढ़ गया है। जिसकी वजह से अब लोग घंटों अपने लैपटॉप से चिपके हुए नजर आ रहे हैं। पर क्या आप जानते हैं लैपटॉप का घंटों इस्तेमाल आपकी रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर भी काफी बुरा असर डाल सकता है? दरअसल गोद में लैपटॉप रखकर काम करने से उससे निकलने वाली हीट व्यक्ति की त्वचा और टिशू को डैमेज करने के साथ इंफर्टिलिटी की समस्या भी पैदा कर सकती है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि लैपटॉप से ज्यादा नुकसान व्यक्ति को उससे जुड़े वाईफाई से हो रहा है। आइए जानते हैं कैसे।
हाल ही में हुई कुछ स्टडीज की मानें तो लैपटॉप का अधिक इस्तेमाल व्यक्ति में इंफर्टिलिटी की समस्या पैदा कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने से पुरुषों के रिप्रोडक्टिव ऑर्गन इफैक्ट होते हैं। जिसका सीधा असर उनके स्पर्म काउंट पर पड़ता है।

महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को नुकसान
विशेषज्ञों की मानें तो लैपटॉप की हीट महिलाओं की तुलना में पुरुषों को अधिक नुकसान पहुंचा सकती है। इसका बड़ा कारण उनके शरीर की बनावट है। महिलाओं के शरीर में यूटरस शरीर के भीतर होता है जबकि पुरुषों में टेस्टिकल शरीर के बाहरी हिस्से में होते हैं। जिससे हीट रेडिएशन उनके ज्यादा करीब रहती है। ज्यादा तापमान की वजह से स्पर्म क्वॉलिटी गिर सकती है और फर्टीलिटी दिक्कत आ सकती है। यही वजह है कि पुरुषों को लैपटॉप इस्तेमाल करते समय महिलाओं की तुलना में अधिक सतर्क रहना चाहिए।

वाईफाई से फैलता है रेडिएशन
डॉक्टरों की मानें तो लैपटॉप के इस्तेमाल से ज्यादा खतरनाक उससे जुड़ा वाईफाई कनेक्शन है। जिसे आप देर तक लैपटॉप के जरिए काम करते समय खुद पर रखकर इस्तेमाल करते हैं। दरअसल, सभी इंटरनेट डिवाइस रेडियो फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल करते हैं जो मानव शरीर को बीमार कर सकता है। हॉर्डड्राइव से लो फ्रीक्वेंसी रेडिएशन छोड़ते हैं वहीं ब्लूटूथ कनेक्शन से हाई रेडिएशन बाहर आती है। रेडिएशन की वजह से शुरूआत में व्यक्ति को नींद न आना, सिर में तेज दर्द जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं।

ऐसे करें लैपटॉप का इस्तेमाल
लैपटॉप को पैरों या गोद में रखकर काम की जगह आप उसे टेबल पर रखकर इस्तेमाल करें।
कुछ लोग लैपटॉप का इस्तेमाल करते समय अपने पैरों को चिपकाकर बैठते हैं जिससे लैपटॉप की रेडिएशन सीधे उनके शरीर पर पड़ती है। ऐसा करने से बचें।
लैपटॉप पर काम करते समय शील्ड का इस्तेमाल करें। इससे रेडिएशन से बचाव होता है।
लैपटॉप पर काम करते समय बहुत ज्यादा झुककर काम करने से बचें। इससे आपकी स्पाइन में परेशानी हो सकती है।
लैपटॉप पर काम करते समय उससे एक उचित दूरी बनाकर काम करें। कोशिश करें कि उसे टेबल पर रखकर ही आप काम करें।
लैपटॉप के साइड से ज्यादा हीट निकल रही हो या तेज आवाज आ रही हो तो उसका इस्तेमाल बंद कर दें।
लैपटॉप पर काम करते समय थोड़े-थोड़े समय में अपनी पोजिशन बदलते रहें। ऐसा करने से आपके किसी एक अंग पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।

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