scriptस्मृति शेष : पिता की राह पर चलकर युद्धवीर ने धर्मांतरण पर अंत तक जारी रखी लड़ाई | Yudhveer singh judev continued fight on caste conversion till end | Patrika News

स्मृति शेष : पिता की राह पर चलकर युद्धवीर ने धर्मांतरण पर अंत तक जारी रखी लड़ाई

locationरायपुरPublished: Sep 21, 2021 06:22:32 pm

Submitted by:

CG Desk

– तेज तर्रार, बेबाक अपनी बात रखने वाले नेता थे युद्धवीर- डॉ. रमन

स्मृति शेष : पिता की राह पर चलकर युद्धवीर ने धर्मांतरण पर अंत तक जारी रखी लड़ाई

स्मृति शेष : पिता की राह पर चलकर युद्धवीर ने धर्मांतरण पर अंत तक जारी रखी लड़ाई

रायपुर. भाजपा नेता युद्धवीर सिंह जुदेव का महज 37 साल की उम्र में निधन हो गया। युद्धवीर अपने पिता स्व. दिलीप सिंह जूदेव के पदचिन्हों पर चले। जिन्होंने 31 साल पहले संघ की मदद से ऑपरेशन घर वापसी की शुरुआत की थी। युद्धवीर ने भी धर्मांतरण के खिलाफ अंत तक लड़ाई जारी रखी। उनके दोस्त और भाजपा नेता शुशांत शुक्ला (बिलासपुर) ‘पत्रिका’ से बातचीत के दौरान कहते हैं, युद्धवीर का जाना मतलब एक भाई के जाने जैसा है। वह स्पष्टवादी था। जो कहना है सामने कहना है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कहते हैं कि वह बेबाक टिप्पणी करने वाला नेता था। धर्मांतरण के खिलाफ आवाज बुलंद की।

शुशांत आगे कहते हैं, जशपुर राज परिवार के सभी सदस्य राजनीति में है, तो युद्धवीर का आना स्वाभाविक था। जब युद्धवीर को विधानसभा टिकट देने की बात चली तब तत्कालीन भाजपा नेता स्व. करूणा शुक्ला ने कहा था युद्धवीर का जूदेव जी का बेटा होना ही काफी है। उन्होंने सिर्फ 26 साल की उम्र में चुनाव लड़ा, 2 बार चंद्रपुर से विधायक रहे।

पार्टी पदाधिकारियों के मुताबिक युद्धवीर सोशल मीडिया में उनके बयानों को जिस तरह से प्रजेंट्स किया जा रहा था, उससे आहत थे। इसे लेकर उन्होंने बीते दिनों राष्ट्रीय सह सगंठन महामंत्री शिवप्रकाश से मुलाकात भी की थी। अपनी बात रखी थी, क्योंकि उनके बयान पार्टी विरोधी हो रहे थे। सूत्रों के मुताबिक युद्धवीर के अपनी पार्टी के स्थानीय नेताओं से मनभेद थे। मगर, वे पार्टी में रहकर आगे काम करना चाहते थे। उनके पीछे पत्नी और बेटी है। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि युद्धवीर भाजपा में एक बड़ा युवा चेहरा थे।

लिवर सिरोसिस से पीड़ित
युद्धवीर 2018 से लिवर संबंधित बीमारी से परेशान थे। रायपुर, दिल्ली और बेंगलूरु में इलाज चला। अंत में बैंगलुरू शिफ्ट किया गया। जहां लिवर ट्रांसप्लाट की तैयारी थी, मगर मौका नहीं मिल सका।

धर्मांतरण के मुद्दे पर सुकमा एसपी की सराहना की थी
युद्धवीर ने सुकमा एसपी द्वारा अपने अधिनस्त अधिकारियों को लिखे पत्र की सराहना की थी। लिखा था कि जिस प्रकार आपने मिशनरी की पोल खोली, आपको सलाम। बहुजन हिंदू परिषद जूदेव सदैव तत्पर है आपके लिए।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो