जोन-8 के दावेदार पर विकास ने जताई आपत्तिजानकारी के अनुसार विधायक विकास उपाध्याय ने जोन आठ में अध्यक्ष के दावेदार बीरेंद्र देवांगन के नाम पर आपत्ति जताई, उनका कहना था कि जो पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़े हैं, उन्हें अध्यक्ष बनाया जाना उचित नहीं होगा। हालांकि उन्होंने अपनी तरफ से किसी का नाम नहीं सुझाया। बीरेंद्र देवांगन के नाम पर आपत्ति आने क बाद की बाकी लोगों विधायक से कहा कि भले ही पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत कर भी आए। लेकिन अब वे अब कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं, तो इस पर आपत्ति नहीं होना चाहिए। वहीं, बाकी जोनों को लेकर भी कांग्रेस नेताओं ने विचार विमर्श किया। [typography_font:14pt;” >रायपुर . नगर निगम में अब जोन अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस में कवायद तेज हो गई है। बुधवार को निगम मुख्यालय के महापौर कक्ष में कांग्रेस नेताओं नेताओं की ढाई घंटे तक मीटिंग हुई, लेकिन किसी भी जोन में अध्यक्ष के नामों का फाइनल नहीं हुआ। आखिर में सभी ने जोन अध्यक्षों के नामों का फाइनल करने का जिम्मा संगठन स्तर पर छोड़ दिया। कांग्रेस संगठन जो नाम तय करेगा, उस पर ही मुहर लगाई जाएगी। जानकारी के अनुसार बुधवार को दोपहर दो बजे से साढ़े चार बजे तक निगम मुख्यालय के महापौर कक्ष में विधायक विकास उपाध्याय, शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे, महापौर एजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे, एमआईसी सदस्य अजीत कुकरेजा, नागभूषण राव, सुंदर सहित अन्य की बैठक हुई। इस दौरान किस जोन में किसे अध्यक्ष बनाया जाना है, इस पर सभी के बीच गहन-विचार विमर्श हुआ। जोन-7 और 9 के लिए विस्तार से चर्चाजोन सात और जोन नौ के अध्यक्ष के मसले को लेकर भी विस्तार से चर्चा की। क्योंकि इन दोनों जोनों में निर्दलीय पार्षद का ही पल्ला भारी है और दोनों ही भाजपा समर्थित है। बाकी सात जोनों में कांग्रेस के अध्यक्ष बनना तय है। सिर्फ तीन जोन में ही भाजपा अध्यक्ष बना सकती है। एक जोन में तो भाजपा का बहुमत है। जबकि दो जोन सात और नौ में निर्दलीय पार्षद जिस खेमे में जाएंगे, वहां उस पार्टी का अध्यक्ष रहेगा।