scriptसीआरपीएफ कैंप के ऊपर तीन रात से घूम रही रोशनी, अधिकारी सतर्क | Light rotating above CRPF camp from three nights, officer alert | Patrika News

सीआरपीएफ कैंप के ऊपर तीन रात से घूम रही रोशनी, अधिकारी सतर्क

locationरायपुरPublished: Oct 06, 2019 10:05:40 pm

Submitted by:

Dhal Singh

छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लोहा लेने के लिए सुकमा जिले के घने जंगल में बनाए गए सीआरपीएफ कैंप में पिछली तीन रात से घूम रही रोशनी से अधिकारी सतर्क हो गए। मामले को गंभीरता से लेते हुए राÓय पुलिस और सीआरपीएफ ने जांच के आदेश दिए हैं। जानकारों का कहना है कैंप के ऊपर यह माओवादी ड्रोन हो सकता है।

सीआरपीएफ कैंप के ऊपर तीन रात से घूम रही रोशनी, अधिकारी सतर्क

सुकमा जिले के किस्टाराम में स्थित केंद्रीय सुरक्षाबल कैंप का मामला

रायपुर. माओवादी प्रभावित सुकमा जिले के किस्टाराम स्थित केंद्रीय सुरक्षाबल कैंप के उपर एक संदिग्ध ड्रोन उड़ रहा है। इसे पिछले तीन दिनों से शाम 7.30 बजे से रात 10.30 बजे तक अक्सर देखा गया है। करीब 300 से 350 मीटर की उंचाई पर चमकीली तेज लाइट के साथ उड़ता रहता है। कैंप और उसके आसपास 1 मिनट तक मंडराने के बाद अचानक गायब हो जाता है। उड़ान भरते समय इसमें किसी भी तरह की आवाज नहीं आती है। अंधेरे में इसके चमकीली लाइट ही दिखाई देती है। इसे देखते हुए कैंप में रहने वाले जवान भी असमंजस की स्थिति में है। इसकी सूचना राज्य पुलिस और केंद्रीय सुरक्षाबलों के अफसरों को दी गई है। साथ ही इसकी गतिविधियों पर लगातार निगाह रखी जा रही है। राज्य पुलिस के अफसरों ने ड्रोन के उड़ान भरने की आशंका जताई है। साथ ही इसका कनेक्शन माओवादियों से जुड़े होंने का संदेह व्यक्त किया है। बता दें कि सुकमा का किस्टाराम और उसके आसपास का पूरा इलाका जंगलों से घिरा हुआ और काफी संवेदनशील माना जाता है।
नाइट विजन ड्रोन से निगरानी
कैंप के आसपास दिखाई देने वाली संदिग्ध रोशनी की जांच करने नाइट विजन ड्रोन और लेजर सर्चिंग लाइट की व्यवस्था की गई है। इसे लगातार उडाऩे के निर्देश जवानों को दिए गए है। साथ ही जवानों को सतर्क रहने और आसपास के सभी कैंपों की सुरक्षा बढ़ाने कहा गया है। बताया जाता है कि ग्रामीणों ने इसे कई बार उड़ते हुए देखा था। लेकिन, सुरक्षाबलों का होने के कारण किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया था।
संवेदनशील इलाके में कैंप
माओवादी प्रभावित किस्टाराम गांव में पुलिस थाना और सुरक्षाबलों का कैंप है। यहां सीआरपीएफ, कोबरा और डीआरजी के 500 जवानों की तैनाती की गई है। सुकमा एसपी शलभ कुमार सिन्हा ने बताया कि पिछले तीन दिनों चमकीली वस्तु को उड़ते हुए देखा गया है। यह माओवादियों का ड्रोन हो सकता है। इसका उपयोग वह टोह लेने के लिए माओवादियों द्वारा किए जाने की आशंका है।
जांच के आदेश
विवेकानंद सिन्हा आईजी बस्तर रेंज ने बताया प्रतिबंधित क्षेत्र में चमकीली लाइट के साथ आवाज रहित ड्रोन को देखा गया है। यह क्या है और क्यो उसे उड़ाया जा रहा है इसकी पतासाजी की जा रही है। इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी।
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