रायसेन

1 करोड़ का स्कूल फिर भी पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ रहे बच्चे

एक करोड़ रुपए की लागत से स्कूल की बिल्डिंग तो बन गई है, लेकिन वो सिर्फ शोपीस बनकर रह गई। स्कूल के बच्चे पीपल के पेड़ की छांव में पढ़ने को मजबूर हैं।

रायसेनOct 06, 2022 / 03:51 pm

Subodh Tripathi

सलामतपुर. आपने ऐसी कई तस्वीर देखी होगी जहां स्कूल नहीं होने के अभाव में विद्यार्थी बाहर पढ़ाई करते हुए दिखाई दिए होंगे। तो आपको हम एक ऐसी तस्वीर दिखाते हैं जहां एक करोड़ रुपए की लागत से स्कूल की बिल्डिंग तो बन गई है, लेकिन वो सिर्फ शोपीस बनकर रह गई। स्कूल के बच्चे पीपल के पेड़ की छांव में पढ़ने को मजबूर हैं। मामला सांची विकासखंड के ग्राम पंचायत सेमरा गांव का है। यहां शासकीय हाईस्कूल की पुरानी बिल्डिंग में जगह कम पड़ती थी। बारिश के समय में स्कूल में पानी भर जाता था। इस समस्या को लेकर एक करोड़ रुपए लागत की सर्व सुविधा युक्त बिल्डिंग मंजूर हुई और बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई।

कीचड़ और सीलन

स्कूल की बिल्डिंग उद्घाटन के इंतजार में उपेक्षा का शिकार हो रही है। चौथी एवं पांचवीं के बच्चे बाहर पीपल के पेड़ के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं। क्योंकि पुराने स्कूल की बिल्डिंग में विगत दिनों हुई बारिश से पानी भर गया था। जहां कीचड़ भरा है। स्कूल में सीलन है। गांव के सरपंच भानु लोधी ने बताया कि कई दिन से अधिकारी आजकल कहकर बिल्डिंग का उद्घाटन टाल रहे हैं। जिससे हमारे गांव के बच्चों को मजबूरन पेड़ के नीचे पढ़ाई करना पड़ रही है।
स्कूल बिल्डिंग शो-पीस बनकर रह गई है। बच्चे पेड़ के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं। अधिकारी उद्घाटन के लिए कई बार तारीख दे चुके हैं। लेकिन नई बिल्डिंग का उद्घाटन नहीं हो पा रहा है।

भानु लोधी, सरपंच ग्रापं सेमरा।

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