कार्यक्रम में महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रभात दुबे ने बताया कि लोकतंत्र के उत्सव में एक-एक मत बहुत कीमती है। उन्होंने बताया कि मतदान इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि 1976 में अमेरिका में एक वोट ज्यादा मिलने से जर्मन भाषा के स्थान पर अंग्रेजी भाषा को राज्य भाषा का दर्जा मिला था। वहीं एक वोट कम होने से अटल सरकार गिर गई थी।
गौरतलब है कि इसके पूर्व लोकसभा स्वीप अभियान के तहत महाविद्यालय में मतदाता जागरूकता रैली, मानव श्रंखला, पोस्टर, निबंध, रंगोली आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया, जिनमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर प्रभात दुबे द्वारा किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना की महिला इकाई अधिकारी सुधा पटेल, दिनेश सिंह रघुवंशी, प्रभाती दुबे, डॉ. पुष्पलता ठाकुर, राघवेंद्र सिंह राजपूत, मनोज कुमार उपाध्याय, श्रीकांत नेमा एवं महाविद्यालय के समस्त स्टाफ समेत छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।