हालत यह है कि मजबूरी में लोग 500 से 600 रुपए एक टैंकर पानी के चुका रहे हैं। वह भी करीब 24 घंटे के इंतजार के बाद। ऐसे में स्थानीय प्रशासन का ध्यान टैंकरों के रेट निर्धारण पर नहीं हैं। प्रशासन की अनदेखी के कारण ही लोग 600 रुपए तक के दामों में टैंकर खरीदने को मजबूर हैं। जबकि मई माह तक टैंकरों के दाम 300 से 400 रुपए तक थे।लेकिन लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए टैंकर चालक मुनाफे के चक्कर में अपनी मनमानी पर उतारू हो गए हैं।
80 निजी टैंकर चल रहे नगर में
इन दिनों शहर में करीब 80 से अधिक निजी टैंकर चल रहे हैं। लोग इन टैंकरों से पानी खरीदने को मजबूर हैं। इसके साथ ही नगर पालिका भी 8 टैंकरों से वार्डों में पानी सप्लाई करवा रही है। लेकिन इतने बड़े शहर में मात्र इन 8 टैंकरों से पानी की पूर्ति नहीं हो पा रही है।
हलाली डैम में कम हो गया पानी
मुख्यमंत्री जलावर्धन नलजल योजना हलाली डैम से इन दिनों शहर के कुछ क्षेत्रों में सप्लाई हो रही है, जानकारी के अनुसार अनुमान लगाया जा रहा है कि डैम में भी मात्र 15-20 दिन का पानी शेष बचा है। तेज गर्मी के कारण हलाली डैम के पानी का वाष्पीकरण भी तेजी से हो रहा है। ऐसे में यह पानी ज्यादा दिन तक साथ नहीं दे पाएगा।
बैठक में रेट निर्धारित करेंगे
शहरवासियों को पानी उपलब्ध हो सके। इसके लिए नपा बड़े टैंकरों से टंकी भरकर पानी सप्लाई कर रही है। छोटे टैंकरों से वार्डों में भी सप्लाई की जा रही है। टैंकरों के रेट निर्धारण को लेकर बैठक की जाएगी। ताकि लोगों को उचित दाम पानी मिल सके।
एलके खरे एसडीएम रायसेन