आधा दर्जन जगह पर धंसी नई फोरलेन सड़क
रायसेनPublished: Jan 17, 2022 09:52:10 pm
बत्तीस करोड़ के प्रोजेक्ट में लापरवाही, गुणवत्तायुक्त कार्य नहीं हो रहा।सड़क पर डामर हुए एक माह भी नहीं बीता, दिखने लगी पुरानी सड़कपीडब्ल्यूडी आफिस जाने वाले मार्ग के सामने ही धंस रहा सड़क का हिस्सा।सड़क धंसने के बाद नजदीक से इस तरह दिखाई दे रही।
आधा दर्जन जगह पर धंसी नई फोरलेन सड़क
राजेश यादव, रायसेन. शहर में करीब साढ़े किमी लंबी सांची रोड गोपालपुर से सागर रोड खरगावली तक फोरलेन सड़क बनाने का काम पीडब्ल्यूडी द्वारा कराया जा रहा है। लगभग ३२ करोड़ रुपए की लागत वाले इस प्रोजेक्ट से नगर के लोगों को काफी उम्मीद है कि उनका शहर अब बेहतर स्थिति में नजर आने लगेगा। लेकिन शहरवासियों की यह उम्मीद धूमिल होने लगी है, क्योंकि निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा। सांची रोड पर कान्वेट स्कूल की पुलिया से लेकर डीएफओ कार्यालय के सामने तक बनी फोरलेन डामर सड़क करीब आधा दर्जन जगह पर धंसने लगी है। कहीं लंबी और बड़ी दरारे तो कहीं पर शुरुआती दौर दिखाई दे रहा। जबकि उक्त सड़क पर डामरीकरण किए हुए एक माह भी नहीं बीता और पुरानी सड़क जैसे हालात दिख रहे। जिम्मेदार विभाग का तकनीकी अमला लापरवाही बरतने में जुटा है।
चौड़ीकरण करने के लिए ठेकेदार द्वारा सड़क के साइड वाले हिस्से की खुदाई कम यानि एक फीट तक की गई। जानकार बताते हैं कि नई सड़क बनाने के लिए डेढ़ से दो फीट तक खुदाई कर उसमें डस्ट, जीरा और छोटी-बड़ी गिट्टी डाली जाती है। इसके बाद डब्ल्यूएमएम यानि वेट मिक्स मेकाडेम मटेरियल बिछाकर तीन से चार दिनों तक रोलर चलाया जाता है। डब्ल्यूएमएम में डस्ट, जीरा और २० से २५ एमएम की गिट्टी को गीला करके मिक्स किया जाता है। लेकिन उक्त सड़क के निर्माण में शासन से स्वीकृत की गई डीपीआर और प्रस्ताव को ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों ने दरकिनार कर दिया।
भारी वाहनों की आवाजाही कैसे होगी
पुरानी सड़क सहित चौड़ीकरण वाले हिस्से की निर्धारित गहरी खुदाई नहीं होने से साठ से सत्तर फीट वजनी वाहनों का आवागमन सड़क को क्षतिग्रस्त कर देगा। भारी वाहन इस सड़क से कैसे निकल सकेंगे। क्योंकि डब्ल्यूएमएम यानि वेट मिक्स मेकाडेम मटेरियल कम हिस्से भरा जा रहा। जिससे वाहनों की आवाजाही से सड़क धंसने के आसार बने रहेंगे।