वारदात के समय लुटेरे एक बाइक बैंक के बाहर ही छोड़ गए । हैरत की बात तो यह है कि एक ही बाइक पर लूट की वारदात को अंजाम देकर रायसेन सिटी तरफ भागे चारों युवा लुटेरों का सुराग लगाने कोतवाली पुलिस अंधेरे में तीर लगाती नजर आई। मालूम हो कि सेंट्रल बैंक में पिछले तीन सालों से सुरक्षा गार्ड नहीं है। इसीलिए शातिर लुटेरों ने बाहर तीन सार्थियों को निगरानी पर तैनात किया। बैंक के अंदर एक युवा लुटेरा घुस गया और दिनदहाड़े पंद्रह हजार रुपए छीनकर लूट की वारदात को अंजाम देकर भागा।
घटना के बाद बैंक पहुंचे एसडीओपी एसएस पटेल सहित पुलिस अधिकारियों ने मैनेजर सुनील कुमार से चर्चा की। बैंक के सीसीटीवी कैमरों से फुटेज देखे और देवनगर, खरबई, सांची तथा सलामतपुर पुलिस थाने सूचना देकर सर्चिंग के निर्देश दिए। एसडीओपी पटेल ने बताया कि फरियादी लखन बैरागी की रिपोर्ट पर अज्ञात चारों लुटेरों पर लूट का प्रकरण दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
लूट की घटना के बाद पता चला कि बैंक में बीते तीन साल से कोई गार्ड नहीं है। तीन साल पहले गार्ड के सेवानिवृत होने के बाद से बैंक प्रबंधन ने गार्ड की कोई व्यवस्था नहीं की। सुरक्षा की दृष्टि से सेंट्रल बैंक जैसी संस्था की यह बड़ी खामी है।
लूट को अंजाम देने मंकी कैप लगाए नीली जींस पहने पहुंचे युवक ने लखन सिंह से कहा कि आजकल पांच सौ की गड्डी में फटे नोट आ रहे हैं, अच्छे से देख लो। उसकी बात सुनकर लखन ने १५ हजार रुपए की गड्डी हाथ में लेकर देखना शुरू किया, इसी बीच उक्त लुटेरे ने लखन के हाथ से गड्डी छीनी और बाहर निकल गया। संयोग से लखन ने ३५ हजार रुपए बैग में रख लिए थे। प्रत्यक्षदर्शी प्रदीप यादव, संतोष धाकड़ ने बताया कि जब बाइक चालू नहीं हुई तो उसे छोड़कर लुटेरों ने दौड़ लगा दी। लुटेरे बाइक क्रमांक एमपी 04 एमके 2653 को बैंक के सामने छोड़ गए, जो गेहूंखेड़ा भोपाल निवासी किसी ब्रजेश यादव के नाम दर्ज है।