scriptश्रीमद् भागवत कथा की बह रही गंगा | Bhagwat is the story of the destruction of sins | Patrika News

श्रीमद् भागवत कथा की बह रही गंगा

locationरायसेनPublished: May 20, 2018 11:24:24 am

भागवत कथा से होता है पापों का नाश:श्रीदेवी

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श्रीमद् भागवत कथा की बह रही गंगा

रायसेन। श्रीमद् भागवत कथा जीवन का मुख्य सार व आधार है। इस कथा के सुनने से इंंसान के मोक्ष के द्वार खुलते हैं बल्कि पापों का नाश भी होता है। भागवत गीता में व्यक्ति को उसके कर्मों के लेखाजोखा के आधार पर सजा मिलती है। राजा परीक्षित ने अपने पूर्वजों के कर्मो की प्रासश्ति करने के लिए भागवत कथा गंगा तट पर कराई। यह बात जबलपुर की मशहूर भागवत कथा वाचिका देवी श्रीदेवी ने शनिवार को दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा सत्संग में प्रवचन सुनाते हुए व्यक्त किए । भागवत कथा का वाचन ग्रेन मर्चेंंट रम्मू लीला, किरण सोनी परिवार द्वारा कराया जा रहा है। शनिवार को कथा का दूसरा दिन रहा। यह भागवत कथा शहर के यशवंत मैरिज गार्डन यशवंत नगर कॉलोनी में हो रही है।

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माटी के पुतले ये तूने गजब कर डाला….
संगीतमयी भागवत कथा प्रसंग सुनाते हएु देवी श्रीदेवी ने अरे माटी के पुतले तूने गजब कर डाला….भजन सुनाया । भजन सुनकर महिला श्रोताएं झूमती नाचती रहीं। देख तेरे इंसान की हालत क्या हो गई भगवान….कितना बदलगया इंसान… और कण कण में भगवान विष्णुहरि गजब तेरी लीला अजब तेरी माया …एक से बढ़कर एक भजन सुनाए गए। भागवत कथा के अंत में आरती पूजन के बाद महाप्रसादी वितरित की गई।

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नंद घर आनंद भयौ जय हो नंदलाल…..
नगर के वार्ड अठारह चोपड़ा के सिद्ध हनुमान मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा सत्संग में शनिवार की शाम श्रीकृष्ण जन्मोत्सव कथा प्रसंग का आयोजन हुआ। श्रीमद् भागवत कथा के वाचक पंडित कैलाश राजौरिया द्वारा किया जा रहा है। शनिवार को भागवत कथा प्रसंग में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई गई। मथुरा के राजा कंस अपने बहनोई वासुदेव बहन देवकी को कारागार में बंदी बनाकर यातनाएं देता है। कंस जेल कारागार में ही बहन देवकी के कई पुत्रों की हत्या कर देता है। कंस की आततायी से मुक्ति के लिए श्रीकृष्ण मथुरा में आधी रात को जन्म लेते हैं। उनके पिता वासुदेव काली अंधियारी रात में टोकनी में सिर पर रखकर सयमुना नदी पार करके उन्हें सुरक्षित बगोकुल भेजकर वापस लौट आते हैं। श्रीकृष्ण के नंदबाबा के घर जन्म होने पर गोकुलवासी खुशी मनाते हैं। खुशी मनाते हुए नंद घर आनंद भयौं जय कन्हैया लाल की गीत पर नाचते झूमते हैं। माखन मिश्री की बारिश कर खुशियां मनाते हुए यशोदा माता नंदबाबा को बधाई देते हैं।

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