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1040 करोड़ के फोरलेन का काम हुआ शुरू, कम होगी MP से यूपी की दूरी

Fourlane Construction: 1040 करोड़ की लागत से भोपाल-कानपुर कॉरिडोर के पहले फेज का निर्माण शुरू। फोरलेन, फ्लाईओवर और 90 पुल-पुलियाओं से रायसेन व आसपास का विकास तेज होगा।

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bhopal-kanpur corridor fourlane construction raisen mp news

bhopal-kanpur corridor fourlane construction work started (फोटो- सोशल मीडिया)

Bhopal-Kanpur Corridor: भोपाल-कानपुर कॉरिडोर के तहत भोपाल से कोड़ी तक 42 किमी लंबी सड़क के पहले फेस के निर्माण की प्रक्रिया शुरु हो गई है, जो कोड़ी से विदिशा तक बनाए जा रहे दूसरे फेस से जुड़ेगी। भोपाल के रत्नागिरी तिराहे से रायसेन होते हुए सांची रोड पर मोरी-कौड़ी गांव तक फोरलेन सड़क रायसेन के गोपालपुर से होकर गुजरेगी। जहां फ्लाईओवर बनाया जाएगा। जिसके लिए शुक्रवार को ठेकेदार बीआरसी कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारियों ने नापतौल और लेबलिंग का काम शुरु किया।

इस 42 किमी लंबे फोरलेन का निर्माण (Fourlane Construction) 1040 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। जिसमें से लगभग 36 करोड़ रुपए भू-अर्जन पर खर्च किए गए हैं। उक्त सड़क बनाने के लिए सरकारी, निजी क्षेत्र की सिंचित और असिंचित 115 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है। (mp news)

100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगे वाहन

जानकारी के अनुसार नई सड़क का डिजाइन इस तरह से तैयार किया गया है, जिसमें सौ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन चलेंगे। कुछ साल पहले ही भोपाल से सांची तक टू-लेन सड़क का निर्माण कराया गया था। अब इसे फोर लेन बनाया जाएगा। जिससे भोपाल से कानपुर तक आवागमन सुलभ और कम समय में होगा। इससे व्यापार में बढ़ोतरी के साथ बीच में पड़ने वाले शहरों के विकास में भी बड़ा योगदान देगी। एनएचएआई के अनुसार फोर लेन सड़क के बीच करीब दो मीटर चौड़ा डिवाइडर तथा बाइक चालकों के लिए भी एक मीटर सड़क का हिस्सा शामिल रहेगा।

कॉरिडोर बनने से विकास को मिलेगी गति

भोपाल से रायसेन होते हुए मेहगाव से विदिशा तक बन रहे इस कॉरिडोर में कोड़ी से विदिशा तक निर्माण लगभग पूर्ण हो गया है। अब कोड़ी से भोपाल तक का काम शुरु हो रहा है। इस कॉरिडोर के बनने से रायसेन नगर के विकास को गति मिलेगी। इससे पहले बने बायपास से ही इस दिशा में शहर का विस्तार शुरु हो गया है। बायपास पर कई सरकारी दफ्तरों के साथ निजी भवन बनने लगे हैं। होटल, रेस्टॉरेंट, ढाबे आकार ले रहे हैं। कॉरिडोर से विकास की गति और बढ़ेगी। जिसमें शहर के विस्तार के साथ व्यावसायिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी।

90 पुल और पुलिया का होगा निर्माण

भोपाल से रायसेन के बीच केवल एक गांव ऐसा है जहां से बायपास बनाया जाएगा। इससे चिड़िया टोल के पास वाली खतरनाक घाटी भी खत्म हो जाएगा। लगभग तीन किमी लंबा बायपास बनाया जाएगा। इसके अलावा लगभग 90 पुल, पुलियाओं का निर्माण किया जाएगा। इसमें सात छोटे और एक बड़ा ब्रिज बेतवा पर बनाया जाएगा। टू लेन से फोर लेन सड़क निर्माण में खतरनॉक मोड़ और घाटियों को कम किया जाएगा, ताकि वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक नहीं लगे और खतरा भी कम हो।

कुछ लोगों का मुआवजा बाकी

कॉरिडोर के निर्माण में अधिग्रहीत की गई जमीनों का मुआवजा वितरण किया गया है, हालांकि अभी लगभग 35-40 लोगों का मुआवजा अटका हुआ है। एसडीएम मनीष शर्मा ने बताया कि एक सप्ताह में सारे मुआवजा प्रकरण निपटा लिए जाएंगे। यह तकनीकी कारणों से अटके हैं। जिनका जल्द निराकरण कर दिया जाएगा। ताकि सडक के निर्माण में अब कोई बाधा नहीं रहे।

फोरलेन से घिरेगा जिला

कॉरिडोर के साथ जिला फोर लेन सड़कों से घिर जाएगा। पहले ही भोपाल-जबलपुर नेशनल हाइवे बन चुका है। जिससे मंडीदीप, औबेदुल्लागंज, बाड़ी, बरेली, उदयपुरा जुड़े हैं। भोपाल-कानपुर कॉरिडोर से जिला मुख्यालय जुड़ जाएगा। हाल ही मुख्यामंत्री की घोषणा के अनुसार भोपाल से विदिशा तक फोरलेन सड़क बनाने की भी प्रक्रिया शुरु हुई है। इस मार्ग से जिले की विश्व धरोहर सांची के अलावा सलामतपुर, दीवानगंज जुड़ेंगे। इस तरह जिले के दोनों ओर तथा बीच में फोर लेन सड़कें होंगी। अब केवल सागर मार्ग रह गया है, जिस पर रायसेन से बेगमगंज तक टू लेन मार्ग है।