वहीं नपाध्यक्ष अध्यक्ष जमना सेन ने बताया कि अभी मोहल्ला समितियों का गठन नहीं हुआ है। पार्षद सुखेन्द्र बघेल, संतोष यादव का कहना है कि उनके वार्ड में इन समितियों का गठन अब तक नहीं हो सका है। ऐसी स्थिति में तो अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों को दूर रखकर इन समितियों का गठन कर दिया। या फिर मोहल्ला समितियों का गठन तत्कालीन सीएमओ और संबंधित अधिकारियों ने कागजों में कर दिया, क्योंकि इस मामले में अध्यक्ष सहित पार्षदों को भी इसकी जानकारी नहीं है। इस महत्वपूर्ण मामले की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है। इस तरह हाईकोर्ट के आदेशों की अधिकारियों द्वारा अवहेलना की जा रही है।
ये है मोहल्ला समिति
नपा से मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक वार्ड में मोहल्ला समितियों का गठन इसलिए किया जाना है कि वहां की समस्याओं की जानकारी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों तक आसानी से पहुंच सके। साथ ही समितियों के माध्यम से वार्ड में विकास और निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर तय होकर कराए जा सकें। वार्डों में होने वाले निर्माण कार्यों की सीधे तौर पर निगरानी वार्ड के नागरिकों की इस समिति के माध्यम से होगी।
मोहल्ला समितियों का गठन वास्तविक रूप से नहीं होने पर शहर समेत जिले की तहसीलों, कस्बों का विकास भी धीमी गति से चल रहा है। दो वर्ष पूर्व समय पर यदि मोहल्ला समितियों के गठन प्रक्रिया पूरी कर ली जाती तो अब तक विकास के सही मायने व नतीजे सामने आने लगते। जिले में रायसेन, बेगमगंज, मंडीदीप में नगर पालिका परिषद हैं। इसके अलावा सुल्तानपुर, बाड़ी, बरेली, उदयपुरा, सिलवानी, गैरतगंज, औबेदुल्लागंज, सांची में नगर परिषद हैं।