डॉक्टरों ने डिस्चार्ज कर दिया
करंट से झुलसे चार बालकों को ग्रामीणों व परिजनों ने रात में ही तत्काल होशंगाबाद के सरकारी अस्पताल मेें दाखिल कराया गया ।यहां बुधवार को सुबह लगभग 10 बजे उनकी हालत में सुधार आने के बाद फिलहाल डॉक्टरों ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया है।
इस कारण हुआ हादसा
भारकच्छ थाना प्रभारी हरिओम पटेल ने बताया कि मंगलवार की रात करीबन 8 से 9 बजे के समय गूगलवाड़ा में दुर्गा झांकियों का विसर्जन चल समारोह धूमधाम से निकाला जा रहा था।तभी गूगलवाड़ा की एक गली में बिजली पोल से गुजरी तार के ऊपरी हिस्से से एक दुर्गा झांकी जो कि ट्रेक्टर ट्राली में सजी थी।अचानक मां अंबेरानी दुर्गा झांकी के ऊपरी छोर से बिजली तार टकरा जाने से चिंगारियां गिरने लगी।जिससे ट्राली में करंट लगा।
स्वास्थ्य में हो रहा सुधार
इस जोरदार लगे करंट की चपेट में आने से चार बालक बसंत कुमार ,विवेक सिंह, शिब्बू,भैइयू सभी की उम्र 12 से 13 के बीच है। करंट लगने से झुलस गए। घायलों को तत्काल पुलिस वाहन से इलाज के लिए होशंगाबाद के सरकारी अस्पताल भिजवाया गया ।बाद में समय पर उन्हें इलाज मिलने से उनके स्वास्थ्य में सुधार बताया जा रहा है।
मूर्ति विसर्जन के दौरान रामपुर तालाब में तीन बच्चे डूबे
उधर गुना जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर बमोरी थाना क्षेत्र के रामपुर तालाब में सोमवार देर शाम मूर्ति विसर्जन के दौरान तीन बच्चे डूब गए। इनमें से दो बच्चों को एक घंटे की मशकक्त के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन लालोनी गांव निवासी विवेक पुत्र बृजमोहन मीना (16) को नहीं बचाया जा सका। वह अपने मामा के यहां पढऩे आया था और मूर्ति विसर्जन के लिए लोगों के साथ तालाब पर चला गया।
तालाब में ढलान होने से वह तालाब की गहराई में चला गया। रामपुर डेम में 20 से ज्यादा प्रतिमाएं विसर्जन करने के लिए पहुंचे थे। उल्लेखनीय है कि रामपुर डेम जिले के पांच बड़े डेमों में से एक है। यहां सुरक्षा के लिए जवान लगे होने के बाद भी हादसा हो गया। मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन का कार्य मंगलवार को भी देर रात तक जारी रहा।