बजट नहीं मिला अधर में गोशालाओं का निर्माण
सुनारी में 38 लाख की गौशाला का निर्माण कार्य आठ माह से रुका।
भरतीपुर की गोशाला भी अधूरी, गायों को नहीं मिल रहा आसरा।
जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में अधूरा पड़ा है गोशाला निर्माण।
रायसेन
Published: April 01, 2022 10:05:16 pm
रायसेन. जिले की जनपद पंचायत सांची की ग्राम पंचायत सुनारी में 38 लाख रुपए लागत की गोशाला का निर्माण कार्य बजट की कमी के चलते रुक गया। इस गोशाला का भूमिपूजन तीन जुलाई 2021 को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने करते हुए कहा था कि इसके निर्माण के साथ उसका संचालन सही तरीके से किए जाने पर ही गोशाला निर्माण का उद्देश्य पूर्ण होगा। लेकिन भूमि पूजन के आठ माह बीत जाने के बाद भी मौके पर सिर्फ पिलर और जगह की फिलिगं हो पाई है।
इसी तरह सुनारी गांव के पास शासन ने सात एकड़ राजस्व भूमि गोशाला निर्माण के लिए स्वीकृत की है। जिसमें लगभग दो एकड़ क्षेत्र में 38 लाख रुपए की लागत से गोशाला का निर्माण कार्य होना है। लेकिन फंड की कमी के चलते निर्माण कार्य रुका हुआ है। ऐसे में गायों को आसरा नहीं मिल पा रहा है। इसी वजह से प्रतिदिन सड़क हादसे बढ़ते जा रहे हैं। स्थानीय नागरिकों को आस थी कि अब प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई है तो गायों को गोशाला में भेजा जाएगा। लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद भी स्थिति नहीं बदली।
गौरतलब है कि जिले में मनरेगा मद से जिले में पिछले वर्ष १५ गोशालाएं स्वीकृत की गई थी। इनमें से कुछ पंचायतों में गोशाला निर्माण पूरे हो गए और कुछ पंचायतों में अधूरे पड़े हुए हैं। जिन पंचायत क्षेत्रों में गोशाला बनकर तैया हो गई, वहां गायों को नहीं रखा जा रहा, पशु रोड पर ही बैठे हैं।
पांचो जगह अधूरा है कार्य
सांची जनपद की ग्राम पंचायत शाहपुर के ग्राम भरतीपुर में भी 37 लाख रुपए लागत वाली गोशाला का कार्य अधूरा पड़ा है। जिसमें 16 लाख रुपए का भुगतान नहीं होने के चलते सात महीने से गोशाला का निर्माण कार्य बंद है। गोशाला में फर्श, प्लास्टर सहित अन्य काम रुका हुआ है। निर्माण कार्य नही होने से क्षेत्र में मवेशीयों का कोई ठिकाना नहीं मिल सका। सांची जनपद क्षेत्र की पांच ग्राम पंचायत सुनारी सलामतपुर, शाहपुर, पीपलखिरिया, गीदगढ़ और सेमरा में मनरेगा से गोशाला निर्माण कार्य चल रहे हैं। लेकिन सभी जगह बजट नहीं आने के कारण निर्माण अधर में है। हालांकि यहां के ग्रामीण कई बार अधिकारियों को समस्या से अवगत करा चुके हैं।
इनका कहना
जनपद क्षेत्र में मनरेगा से पांच ग्राम पंचायतों सुनारी सलामतपुर, शाहपुर, पीपलखिरिया, गीदगढ़ और सेमरा में गोशाला निर्माण कार्य चल रहे हैं। लेकिन शासन से ही राशि नहीं मिल पा रही, इस कारण इन गोशालाओं का निर्माण कार्य रुका हुआ है।
प्रदीप छलोत्रे, सीईओ जनपद सांची।
सुनारी गांव में 38 लाख की लागत से गोशाला का निर्माण कार्य होना है। जिसका भूमिपूजन तीन जुलाई 21 को स्वास्थ्य मंत्री ने किया था। ठेकेदार ने काम भी शुरु कर दिया, जिसका मूल्यांकन भी हो गया था। लेकिन बजट की कमी के चलते ठेकेदार का लगभग 7 लाख रुपए का भुगतान रुक गया है। ऐसे में गोशाला का निर्माण कार्य रुका हुआ है।
मूलचंद यादव, प्रधान ग्राम पंचायत सुनारी सलामतपुर।
ग्राम पंचायत शाहपुर के अंतर्गत भरतीपुर गांव में सात माह से गोशाला का निर्माण बंद है। लगभग 16 लाख रुपए का भुगतान रुका हुआ है। जिसकी वजह से गोशाला का फर्श, प्लास्टर सहित अन्य कार्य अधूरे पड़े हैं।
टीकाराम पाल, सरपंच प्रतिनिधि ग्राम पंचायत शाहपुर।
सलामतपुर क्षेत्र में आवारा पशुओं के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। बस्ती के लोगों ने सोचा था कि गोशाला बनने से इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। लेकिन बजट की कमी से गोशालाओं का निर्माण पूर्ण नहीं हो सका। वहीं जिम्मेदार अधिकारी ध्यान ही नही दे रहे।
कैलाश गोस्वामी, समाजसेवी सलामतपुर।

बजट नहीं मिला अधर में गोशालाओं का निर्माण
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