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भुगतान के लिए बैंक में नकदी का टोटा

locationरायसेनPublished: Dec 02, 2017 11:36:29 am

अनाज खरीदने वाले व्यापारियोंं को नहीं मिल पाती स्थानीय बैंकों से मांग के अनुसार नकदी रकम

Bhavantar payment scheme

Bareilly. Agricultural Produce Market Bareilly

रायसेन। भावान्तर भुगतान योजना के तहत किसानों को पचास हजार तक नगद भुगतान मिलने की सुविधा में बैंकों में नकदी की कमी आड़े आ रही है। बैंकों द्वारा अनाज खरीदी करने वाली व्यापारिक फर्मों को मांग के अनुसार समय पर नकद राशि का आहरण न कर पाने के कारण किसानों को पचास हजार तक नकद भुगतान की अनिवार्यता का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा। बरेली क्षेत्र में चेस्ट ब्रांच का न होना व्यापारियों और बैंक शाखाओं के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। अनाज व्यापारी, बैंक से मांग अनुसार नकदी उपलब्ध न होने को लेकर एसडीएम और मंडी प्रबंधन से कई बार गुहार लगा चुके हैं।

बैठक में नहीं निकल सका हल
गत दिवस एसडीएम दिनेश सिंह तोमर ने मंडी प्रबंधन, बैंकर्स और किसानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर भावान्तर भुगतान योजना की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में व्यापारियों ने बताया कि उनके बैंक खातों मे पर्याप्त राशि होने के बावजूद, किसानों को पचास हजार तक नकद भुगतान की अनिवार्यता के कारण व्यापार प्रभावित हो रहा है। मांग के अनुसार बैंक से नकदी राशि नहीं मिल पाती है।

बैंकर्स ने दी ये सफाई, नगद रखने की होती है सीमा
बैंकर्स ने बताया कि बैंक में नकद राशि रखने की एक नियत सीमा होती है। इसलिए अधिक राशि एकत्र होने के बाद उसी दिन अधिक राशि को वापस करना होता है। सीमा से अधिक नगद राशि के लिए बरेली में संचालित बैंक शाखाएं चेस्ट ब्रांच पर निर्भर रहती हैं। बरेली में चेस्ट ब्रांच नहीं है, इसलिए अधिक राशि की आवश्यकता पडऩे पर एक दिन पहले नजदीकी चेस्ट ब्रांच को उसकी सूचना करनी होती है। तब कहीं जाकर अगले दिन चेस्ट ब्रांच से अधिक नगद राशि आ पाती है। बैंकर्स का कहना था कि यदि व्यापारियों द्वारा एक दिन पहले आवश्यक नकद राशि उपलब्ध कराने की सूचना दे दी जाए तो उसके अगले दिन चेेस्ट ब्रांच से कहकर नकद राशि बुलाकर दे सकते हैं।

नहीं बता सकते कितनी होगी जरूरत
व्यापारियों ने बैंकर्स की बात पर असहमति जताते हुए बताया कि नगदी की आवश्यकता उपज की आवक और सौदा पटने पर निर्भर रहती है। एक दिन पहले राशि का अनुमान लगाना संभव नहीं हैं। बैंकों को चाहिए कि मांग के समय ही राशि उपलब्ध कराएं। बिना बैंक से राशि मिले सभी किसानों को पचास हजार उपलब्ध कराना आसान नहीं है। व्यापारियों और बैंकर्स की नगदी की समस्या को देखते हुए बरेली में चेस्ट ब्रांच की आवश्यकता है।
चेस्ट ब्रांच स्थापित करने की मांग को उचित माघ्यम से शासन तक भेजा जाएगा। व्यापारी और किसान भी अपने स्तर से मांग को आगे तक बढ़ाएं।

– डीएस तोमर, एसडीएम बरेली

नगर व्यापारी महासंघ बरेली में चेस्ट ब्रांच स्थापित करने की मांग को पहले से करता रहा है। पुन: शासन और प्रशासन से मांग करेंगे।
– राजेन्द्र वर्मा, अघ्यक्ष नगर व्यापारी संघ बरेली

किसानों को पचास हजार तक नगद भुगतान प्राप्त करने की सुविधा का लाभ हर हालत में मिलना चाहिए, इसके लिए चाहे चेस्ट ब्रांच खोलें या अन्य कोई प्रबंध करें।
– हेमंत पटेल, जिलाघ्यक्ष भारतीय किसान मजदूर संघ
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