रायसेन

वाहनों में ठसाठस भरे जाते हैं बच्चे, गैस से भी चला रहे हैं कई वाहन

जिले में हो रही घटनाओं को देखते हुए आज लगभग हर पालक अपने बच्चों के स्कूल जाने और सुरक्षित घर पहुंचने को लेकर चिंतित रहता है

रायसेनJan 27, 2019 / 07:46 pm

chandan singh rajput

Raisen Given the incidents in the district today, almost every parent is worried about going to their children’s school and reaching safe house. Whether it is at home or in your office. Because the guide-line made by the Supreme Court years before the safety of the children coming in school vehicles has not been observed in the district anywhere.

रायसेन. जिले में हो रही घटनाओं को देखते हुए आज लगभग हर पालक अपने बच्चों के स्कूल जाने और सुरक्षित घर पहुंचने को लेकर चिंतित रहता है। चाहे वह घर पर हो या अपने दफ्तर में। क्योंकि स्कूली वाहनों में बैठकर आने वाले बच्चों की सुरक्षा के लिए वर्षों पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई गाइड-लाइन का जिले मेें कहीं पर भी पालन होता नजर नहीं आ रहा। वहीं मनमानी और नियमों की अनदेखी कर स्कूली वाहन जिला मुख्यालय सहित अन्य नगरों की सड़कों पर दौड़ते हुए देखे जा सकते हैं।
स्कूल वाहनों का रंग पीला और उस पर संबंधित स्कूल का नाम अंकित होना जरूरी है। मगर जिला मुख्यालय पर चल रहे वाहनों में इन नियमों का पालन नहीं किया जा रहा। क्षमता से अधिक बच्चे बैठाना, बच्चों से र्दुव्यवहार करना सहित निर्धारित जगह पर बच्चों को छोड़कर नहीं जाना वाहन चालकों की आदत में शुमार हो चुका है। इस दौरान यदि कोई बच्चा बैठक व्यवस्था और अन्य परेशानी बताता है, तो उसे वाहन चालक द्वारा चुप करा दिया जाता है।
जबकि उनके पालकों से पूरा किराया वसूला जा रहा। जिला मुख्यालय पर ही प्राइवेट एवं सरकारी स्कूलों में करीब सौ सवारी ऑटो, मैजिक और गैस से मारूति वैन संचालित हो रही है। जबकि स्कूली वाहनों में गैस के उपयोग पर सख्त रूप से प्रतिबंध है, लेकिन यहां पर जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
घटना के बाद जागते हैं
जिला एवं पुलिस प्रशासन कहीं पर घटना होने के बाद ही जागता है। दो-चार दिन तक औपचारिकता पूरी करने के लिए पुलिस और संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा वाहनों की चालानी कार्रवाई कर वाहन चालकों को हिदायत दे दी जाती है। इसके बाद अधिकारी भी रूटीन कार्यों में व्यस्त होकर अमले की कमी का राग अलापने लगते हैं।
जिले के सभी एसडीएम को निर्देशित कर स्कूली वाहनों की जांच कराई जाएगी। जिस वाहन में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को पालन नहीं होना मिला, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। बच्चों की सुरक्षा के लिए नियमों का पालन करना जरूरी है।
-एस प्रिया मिश्रा, कलेक्टर।
& स्कूली वाहनों में क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाने और नियम विरुद्ध चलने पर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पुलिस, जिला प्रशासन और आरटीओ तीनों का संयुक्त दल बनाया जाएगा। इससे पहले सभी स्कूलों में बच्चों के अभिभावक और वाहन चालकों को बुलाकर एक बैठक भी रखी जाएगी।
– मोनिका शुक्ला, एसपी रायसेन।

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