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मौत को न्यौता देता गढ़ी घाटी क्षेत्र, रेलिंग नहीं, हो रही दुर्घटनाएं

locationरायसेनPublished: May 06, 2019 11:57:53 pm

जिले में ऐसी रोड भी हैं, जहां रोड ठीक होने के बाद भी हादसे होते हैं।

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Garrulous For most of the accidents on the highway in the district, often heavy motor vehicles and bad roads are said to be responsible for the accident. But there are such roads in the district, where there are accidents even after the recovery of the road. Yes, Garh Valley, which is considered to be the danger zone of forest area engaged in the forest area under the Tahsil on the Bhopal-Sagar main road, is a blind spot and a deep moat.

गैरतगंज. जिले में हाइवे पर होने वाली ज्यादातर दुर्घटनाओं के लिए अकसर भारी वाहन चालकों और खराब रोड को ही जिम्मेदार बताकर पल्ला झाड़ लिया जाता है। मगर ऐसा नहीं हैं जिले में ऐसी रोड भी हैं, जहां रोड ठीक होने के बाद भी हादसे होते हैं। जी हां, भोपाल-सागर मुख्य मार्ग पर तहसील अंतर्गत कस्बा गढ़ी से लगे जंगल क्षेत्र की डेंजर जोन मानी जाने वाली गढ़ी घाटी अंधे मोड़ों एवं गहरी गहरी खाईयों वाली जगह है।
रोड निर्माण के दौरान जिम्मेदार अधिकारियों ने उस वक्त नहीं सोचा कि ऐसी खाइयों वाली जगह पर रोड के किनारे रेलिंग लगाना भी जरूरी है। अब इस चूक का खामियाजा आमजन को दुर्घटनाओं के रूप में भोगना पड़ रहा है। गौरतलब है कि रेलिंग के अभाव में इस क्षेत्र में आएदिन घटनाएं हो रही हैं। बावजूद इसके रखरखाव का जिम्मा संभाल रही एमपीआरडीसी ने अभी तक रैलिंग नहीं लगाई है। घने जंगल के बीच लगभग 2 किमी दूरी तक फैले गढ़ी घाटी क्षेत्र में अंधे घुमावदार मोड़ हैं।
इसके एक तरफ ऊंचा पहाड़ी क्षेत्र है, तो दूसरी तरफ हजारों फीट गहरी खाई है। इस स्थान पर किसी भी छोटी दुर्घटना होने पर वाहन के सीधे कई फीट नीचे गहरी खाई में गिरने की संभावना बनी रहती है। होना यह चाहिए था कि सड़क निर्माण के समय ही खाई तरफ वाले क्षेत्र में मजबूत सुरक्षा दीवार अथवा रैलिंग बनाई जाना थी।
परन्तु सड़क निर्माणकर्ताओं ने ऐसा कुछ न करके इस क्षेत्र को दुर्घटनाओं के लिए छोड़ दिया। विगत माह में इस डेंजर जोन में कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुए। जिनमें कई चालक बमुश्किल अपनी जान बचा पाए तो कई यात्रियों ने अपनी जान गवाई। आश्चर्य का विषय तो यह है कि जिले स्तर का प्रशासन भी इस ओर से बेखबर बना हुआ है।
& जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों से बात कर इस दिशा में सुधार के लिए कहा जाएगा।
मोहिनी शर्मा, एसडीएम
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