मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि लगता है ईश्वर ने उन्हें कोरोना से लड़ने और किसानों के दुख-दर्द दूर करने के लिए ही फिर मुख्यमंत्री बनाया है। उन्होंने किसानों से कहा कि आंखों में आंसू मत लाना, मैं परिश्रम की पराकाष्ठा करके आपको संकट से पार निकालकर ले जाऊंगा। सोयाबीन और उड़द फसलों में लगे यलो-मौजिक रोग के चलते फसलों के नुकसान का खेतों मे जाकर निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने जिला-प्रशासन को निर्देश दिए कि सर्वे का काम शीघ्र करें और किसी भी प्रकार की हड़बड़ी न हो इसका भी विशेष ध्यान रखें।
उन्होंने कहा कि कोई भी प्रभावित किसान फसलों के सर्वे के बाद राहत और बीमा राशि से वंचित नहीं रहे। सर्वे में पंचायत के 5 सदस्यों को भी रखें जिससे कोई गड़बड़ी नहीं हो। उन्होंने बेगमगंज और सिलवानी के किसानों को आश्वस्त किया कि पूर्व में हुई गड़बड़ी की जांच के साथ इस बार पारदर्शी तरीके से सर्वे होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उनकी सरकार बाढ़ पीड़ितों की मदद के साथ ही गरीब किसानों की मदद में सक्रिय भूमिका का निर्वहन कर रही है। दिन-रात एक करके पिछले हफ्ते ही बाढ़ में फंसे 13 हजार लोगों की जान बचाई गई है।
किसानों को संकट से निकालूंगा
इससे पहले मुख्यमंत्री चौहान ने गैरतगंज से लगे ग्राम सहजपुर के खेतों मे पहुंचकर यलो-मौजिक रोग से प्रभावित हुई सोयाबीन फसल का जायजा लिया। चौहान को कृषि अधिकारियों ने बताया कि लगातार 3 हफ्ते से बारिश नहीं होने के कारण यह प्रकोप हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा- आंखों में आंसू मत लाना, मैं आपको इस संकट निकालूंगा।