scriptआचार संहिता में लोकार्पण के पत्थर कर रहे नेताओं का गुणगान | Code of Conduct rules not to be followed in Vidisha district | Patrika News

आचार संहिता में लोकार्पण के पत्थर कर रहे नेताओं का गुणगान

locationरायसेनPublished: Oct 13, 2018 11:58:49 pm

आचार संहिता नियमों का विदिशा जिले में नहीं रहा पालन, चंद जगह पर पत्थरों को ढंका, बाकी को खुला छोड़ रखा है प्रशासन ने

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विदिशा. आचार संहिता लगने के बाद हमेशा से सरकारी और सार्वजनिक स्थानों पर लगी प्रचार सामग्री को हटा लिया जाता है। इस बार भी ऐसा ही हो रहा है, लेकिन सरकारी परिसरों के शिलान्यास और लोकार्पण के पत्थरों में प्रशासन का दोहरा रवैया नजर आ रहा है। जहां माधव उद्यान में जनप्रतिनिधियों के नाम को कागज चिपकाकर ढंक दिया गया है, वहीं मेडिकल कॉलेज, पुलिस कंट्रोल रूम, स्टेशन परिसर आदि अनेक स्थानों पर लोकार्पण के पत्थर नेताओं का गुणगान करते नजर आ रहे हैं।
सीएम, मंत्री, सांसद समेत विधायकों के नाम
मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण पिछले माह ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था। इस लोकार्पण का पत्थर अभी भी कॉलेज के मुख्य द्वार पर लगा है, जिसमें सीएम सहित गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री शरद जैन, उद्यानिकी मंत्री सूर्यप्रकाश मीणा, सांसद लक्ष्मीनाराायण यादव, सहित जिले के पांचों विधायकों, जिपं अध्यक्ष, सहकारी बैंक अध्यक्ष और नपाध्यक्ष के नाम लिखे हुए हैं।
पुलिस कंट्रोल रूम में ही नियमों का पालन नहीं
पुलिस कंट्रोल रूम का लोकार्पण सीएम ने 8 दिसम्बर 2016 को किया था। इसके लोकार्पण का पत्थर भी कंट्रोल रूम के प्रवेश द्वार पर ही आचार संहिता को ठेंगा बता रहा है। इसमें भी सीएम शिवराज सिंह, मंत्री रामपाल सिंह, सूर्यप्रकाश मीणा, जिपं अध्यक्ष तोरण सिंह, विधायक कल्याणसिंह के नाम मौजूद हैं।
स्टेशन पर मोदी का पोस्टर, जनप्रतिनिधियों के नाम
रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 पर पूछताछ कार्यालय के पास ही यात्रियों का जहां से निकलना होता है वहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चित्र वाला पोस्टर अभी भी मौजूद है। वहीं मंडल वाणित्य निरीक्षक कक्ष के पास महिला यात्री प्रतीक्षालय के पास भी दीवारों पर यह पोस्टर चिपका हुआ है। यह पोस्टर 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक मनाए गए स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत लगाया गया था। लेकिन पखवाड़ा भी खत्म है और आचार संहिता भी लागू है, लेकिन न तो रेलवे प्रशासन को और न जिला प्रशासन को यहां अपने नियमों का पालन कराने की सुध है।
पत्थर दे रहे गवाही हमने क्या कराया
रेलवे स्टेशन पर जनप्रतिनिधियों के नाम लिखे पत्थर भी गवाही दे रहे हैं कि किसने क्या कराया है। रेलवे स्टेशन की बाहरी दीवार परी ही स्टेशन के सौँदर्यीकरण, अंडरब्रिज लोकार्पण और सुमेर मे फुट ओवर ब्रिज के शिलान्यास के पत्थर मौजूद हैं। इस पत्थर में जनप्रतिनिधियों के नाम चमक रहे हैं। इसी तरह प्लेटफार्मं पर तीन अन्य लोकर्पाण पत्थर इसी तरह जनप्रतिनिधियों के नामों का जिक्र करते हुए लगे हैं।
जीआरपी की दीवार परभी नियमों को ठेंगा
रेलवे स्टेशन परिसर में बने जीआरपी थाने की दीवार भी आचार संहिता का मखौल उड़ा रही है। इस दीवार पर शासन की योजनाओं के संदेश लिखे हुए हैं। जगह-जगह प्रशासन ने ऐसे नारे और संदेश लिखी दीवारें पुतवाई हैं, लेकिन कुछ जगहों पर संबंधित अधिकारी आचार संहिता का मखौल उड़ाते दिख रहे हैं।
कई जगह हमने शिलान्यास और लोकार्पण के पत्थरों को ढंकवा दिया है। अगर पत्थरों में जनप्रतिनिधियों के नाम लिखे हैं तो उन्हें ढंकवाना ही है। रेलवे स्टेशन के पोस्टर हटाने और वहां लिखी सामग्री को भी ढंकने को कह दिया है। जहां अभी भी नहीं ढंके गए हैं उन्हें ढंकवा देंगे।
-सीपी गोहल, रिटर्निंग ऑफीसर विदिशा विधानसभा
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