एक माह में ही हो गई सडक़ खराब ग्राम पंचायत तजपुरा, नूरगंज, इमलिया, मंगरपूंछ, करमोदा, बरखेड़ा में लगातार पंच व पूर्व सरपंच घटिया सडक़ निर्माण की शिकायत जनपद पंचायत से कर रहे हैं। तजपुरा पंचायत के ग्राम भानपुर में रामकरण के घर से नेपाल के घर तक बनी सडक़ एक महीने में ही खराब हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत में सभी सडक़ें सर्कुलर के हिसाब से नहीं बनी है।
उपयंत्री की लापरवाही
जीएसबी का बेस डाले जाने के बाद उपयंत्री को सडक़ का निरीक्षण करना चाहिए, लेकिन उपयंत्री जपं कार्यालय व भोपाल में ही बैठे-बैठे ही वाट्सऐप पर सडक़ गुणवत्ता देख लेते हैं। पंचायतों में घटिया निर्माण का सबसे बड़ा कारण उपयंत्री व सहायक यंत्री का निष्क्रिय होना भी है। उपयंत्री उमाकांत आर्या ने तजपुरा पंचायत की कई सडक़ों का मूल्यांकन करने से मना कर दिया था, लेकिन आज तक सहायक यंत्री को अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है।
जीएसबी का बेस डाले जाने के बाद उपयंत्री को सडक़ का निरीक्षण करना चाहिए, लेकिन उपयंत्री जपं कार्यालय व भोपाल में ही बैठे-बैठे ही वाट्सऐप पर सडक़ गुणवत्ता देख लेते हैं। पंचायतों में घटिया निर्माण का सबसे बड़ा कारण उपयंत्री व सहायक यंत्री का निष्क्रिय होना भी है। उपयंत्री उमाकांत आर्या ने तजपुरा पंचायत की कई सडक़ों का मूल्यांकन करने से मना कर दिया था, लेकिन आज तक सहायक यंत्री को अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है।
तजपुरा पंचायत में सडक़ की मोटाई कम पाई गई है, उपयंत्री ने परीक्षण कर लिया है लेकिन अभी लिखित में मुझे नहीं दिया है। वहीं पंचायत ने निर्माण कार्य का जो सर्कुलर जारी किया है उसके अनुसार ही सडक़ बननी हैं।
– जीतेंद्र अहिरवार, सहायक यंत्री
– जीतेंद्र अहिरवार, सहायक यंत्री
उपयंत्रियों को लगातार भ्रमण कर निगरानी रखना चाहिए ताकि घटिया निर्माण न हो। यदि कहीं घटिया कार्य होते हैं तो उपयंत्री भी जिम्मेदार होते हैं। जिन सडक़ों की शिकायतें आईं हैं उनकी जांच शुरू हो चुकी है।
– नवल ङ्क्षसह मीना, जपं सीईओ