जिसके बाद सभी पार्षदों ने कोपरा डालने व जल समस्या संबंधित समस्या हल करने के प्रस्ताव पारित किए। पार्षदों का कहना था कि कोपरा उनकी लिखित स्वीकृति के बिना वार्डों में नहीं डाला जाए। सीएमओ सतीश मालवीय का इस संबंध में कहना है कि पहले भी पार्षदों के लिखित आवेदन के बाद ही कोपरा वार्डोंे में डाला गया था। उनके आवेदन के अनुसार ही कोपरा डाला जाता है।
महिलाएं पहुंची समस्याएं लेकर
जिस समय आमसभा की बैठक चल रही थी उसी समय अर्जुननगर वार्ड 10 सुंदरनगर की महिलाएं मोहल्ले में हो रही कीचड़ और पानी की समस्या को लेकर कार्यालय पहुंची, जहां कार्यालय के बाहर अध्यक्ष हरप्रीत कौर के पति त्रिलोचन सिंह व पामेश यादव ने महिलाओं से कहा कि यदि परिषद की बैठक में कोपरा डालने के प्रस्ताव स्वीकृत हो जाते हैं, तो कोपरा डालने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
इसके बाद महिलाएं बैठक खत्म होने तक कार्यालय में रुकीं और प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद ही कार्यालय से वापस गईं। पार्षदों ने बताया कि कुछ लोगों ने परिषद की बैठक में प्रस्ताव स्वीकृत कराने के लिए अर्जुननगर से महिलाओं को बुला लिया था, ताकि पार्षद प्रस्ताव अस्वीकृत न कर पाएं।