scriptदंपती ने दिखाई सूझबूझ तो परिवार में फिर लौटी खुशियां, उजडऩे से बचा | Couple showed understanding then happiness returned | Patrika News

दंपती ने दिखाई सूझबूझ तो परिवार में फिर लौटी खुशियां, उजडऩे से बचा

locationरायसेनPublished: Aug 10, 2022 12:17:16 am

केन्द्र में आए एक मामले में पत्नी ने पति के खिलाफ शिकायत की थी, कि वह मारपीट करता है।

केन्द्र में आए एक मामले में पत्नी ने पति के खिलाफ शिकायत की थी, कि वह मारपीट करता है

दंपती ने दिखाई सूझबूझ तो परिवार में फिर लौटी खुशियां, उजडऩे से बचा

रायसेन. परिवार परामर्श केन्द्र की बैठक में मंगलवार को दो विरोधाभासी मामले सामने आए, ये दोनों ही समाज के लिए प्रेरणा बन सकते हैं। एक दंपती, जिसने सूझबूझ का परिचय दिया। अपनी गलतियां स्वीकारीं और एक बार फिर दूर जाती खुशियों को अपने दामन में समेट लिया। वहीं एक दूसरा दंपती जिसने अपनी जिद से न सिर्फ अपना खुद का परिवार उजाड़ लिया, बल्कि एक तीन साल की मासूम बेटी का भविष्य भी अंधकार में धकेल दिया। केन्द्र में आए एक मामले में पत्नी ने पति के खिलाफ शिकायत की थी, कि वह मारपीट करता है। प्रकरण में सामने आया किए पति ट्रक डायवर है, जो अक्सर बाहर रहकर नौकरी करता है। संयुक्त परिवार में दोनों रहते हैं।

पत्नी तीन बच्चों की देखभाल व घर के काम करती है। कभी कभार बाहर से लौटने पर पति को समय पर खाना नहीं मिल पाता तो विवाद हो जाता है, पति मारपीट कर देता और पत्नी नाराज होकर मायके चली जाती है। हालांकि दोनों के बीच प्रेम की कड़ी मजबूत है, लड़ते हैं, लेकिन एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते। इसी के चलते दोनों ने अपनी-अपनी गलतियां सहजता से स्वीकारीं और वचन दिया कि अब वह इन्हें नहीं दोहराएंगे।

वहीं दूसरी और एक दंपती जो साथ तो रहा रहे थे, लेकिन दोनों की अपनी जिद और हठ धर्मिता ने दोनों की आंखों पर पर्दा डाल दिया। करीब एक घंटे की काउंसलिंग में दोनों सिर्फ एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे, दोनों में एक भी इस बात को स्वीकार ने तैयार नहीं था कि वह गलत हैं। दोनों का ईगो उन पर इस कदर हावी था कि खुद के साथ उन्हें तीन साल की मासूम बेटी का भविष्य भी नहीं दिख रहा था। निर्णायक स्थिति न बनते देख दोनों को न्यायालय में जाने की सलाह दी गई। मंगलवार को मोहर्रम का अवकाश होने के बावजूद परिवार परामर्श केन्द्र ने विवादों को सुलझाने बैठक रखी। इसमें कुल 7 प्रकरण रखे गए थे। इसमें से चार प्रकरणों में सुनवाई हुई तथा तीन प्रकरणों में पक्षकार अनुपस्थित रहे, जिन्हें आगामी तारीख दी गई है। एक प्रकरण रास्ते के विवाद का होने से एसडीएम के पास भेजा गया। बैठक में एसडीओपी अदिति भावसार, अध्यक्ष कैलाश श्रीवास्तव, सलाहकार अशोक गुप्ता, चेतन राय, अनीता राजपूत मौजूद थे।

ट्रेंडिंग वीडियो