सड़क निर्माण के लिए खोदी गहरी खाईयां अब बनी जानलेवा
अवैध उत्खनन से ग्रामीण क्षेत्रों में बने गहरे तालाब नुमा गड्ढे, लोगों की जान को जोखिम।
तहसील सहित अन्य स्थानों पर हो चुके हादसे, प्रशासन ने नहीं लिया सबक।
जिम्मेदारों ने सड़क निर्माता कंपनियों, ठेकेदारों पर नहीं की कार्रवाई।
रायसेन
Published: March 27, 2022 10:43:33 pm
रायसेन. सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों को शहरी से जोडऩे के उद्देश्य से ग्रामीण सड़क योजना के तहत पक्की सड़कें बनवाई जा रही है। लेकिन इन सड़कों का निर्माण अवैध उत्खनन कर किया जा रहा है। खेतों में गहरी.गहरी खाईयां बना दी गई, इससे हादसों की आशंका बनी रहती है। क्षेत्र में कई स्थानों पर अवैध खनन से तालाब नुमा गहरे-गहरे बन गए हैं। जो आम लोगों की जान ले सकते हैं। तहसील के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध उत्खनन कर खोदे गए गड्ढे लंबे समय बाद अब तक नहीं भर पाए।
गौर करने वाली बात यह है कि इतनी बड़ी दुर्घटनाएं होने के बाद भी आज भी क्षेत्र में दर्जनों तालाब खुले पड़े है। इनके आसपास चारों तरफ तार फेसिगं भी नहीं करवाई। तहसील के कई गांवों में सड़क निर्माण करने वाली हरियाणा की इंद्रपाल एंड कंपनी सहित अन्य कंपनियों द्वारा भरती करने के लिए जगह-जगह अवैध उत्खनन किया गया। इसके बाद ये स्थल जानलेवा तालाब बन चुके हैं। कई जगह इन गहरे गड्ढों में पानी लबालब भरा हुआ है, जो कभी भी र्दुघटना का कारण बन सकते हैं।
हो चुके यहां पर हादसे, नहीं लिया सबक
विगत साल गैरतगंज के सर्रा गांव में अवैध खनन कर खोदे गए गड्ढे में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई थी। ऐसे ही हादसे जिले में अन्य स्थानों पर हो चुके हैं। दिसंबर 2021 को सिलवानी के ग्राम वाड़ादेवरी में एक खेत में बने अवैध उत्खनन के गड्ढे में तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी। लेकिन प्रशासन ने आज तक अवैध खननकर्ताओं पर कार्रवाई नहीं की। सिलवानी तहसील के ग्राम राजीव नगर, जेल के पीछे, बागियापुरा आदि जगह तालाब नुमा गड्ढे बने हुए हैं।
ग्रामीण और पशु हो सकते हैं चोटिल
ग्राम झामर के ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार मौखिक रुप से ठेकेदार को मनाह किया। बाबजूद इसके स्कूल के सामने ही ठेकेदार द्वारा मनमाने ढंग से खोदकर मुरम निकाली गई है। गहरे गड्ढे में पशु और ग्रामीणों के गिरकर चोटिल होने की संभावना बनी हुई है। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की कार्यप्रणाली से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। ठेकेदारों को अवैध उत्खनन कराने में खनिज विभाग सहित प्रशासनिक अधिकारियों की मौन स्वीकृति मिलती है। इस कारण सड़क निर्माता जहां मर्जी में आता वहीं गहरे गड्ढे बना देते हैं। राजीव नगर, झामर, समनापुर, सेमराखास सहित कई गांव में खनन कर सैकड़ों डंपर मुरम निकाली गई।
लगाया लाखों का चूना
सड़क निर्माण के लिए मुरम खुदाई के दौरान किए गए अवैध उत्खनन में गहरी-गहरी खाईयां बना दी गई। इनमें पानी भरा हुआ है, ऐसे में यदि कोई घटना घट गई तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। मुरम, मिट्टी का अवैध उत्खनन कर ठेकेदारों ने शासन को रायल्टी के रुप में मिलने वाले लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगाया है। अब देखना यह होगा कि ठेकेदारों द्वारा किए गए अवैध उत्खनन पर कार्रवाई की जाती है या नहीं या फिर प्रशासन कोई हादसा होने का इंतजार कर रहा है।

सड़क निर्माण के लिए खोदी गहरी खाईयां अब बनी जानलेवा
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
