scriptसोमेश्वर धाम मंदिर के पट खोलने की मांग | Demand to open the doors of Someshwar Dham Temple | Patrika News

सोमेश्वर धाम मंदिर के पट खोलने की मांग

locationरायसेनPublished: Jul 23, 2020 12:41:34 am

समिति के अध्यक्ष प्रशांत पाराशर ने बताया कि भोलेनाथ के मंदिर के पट दर्शन के लिए हमेशा के लिए खोले जाने चाहिए

सोमेश्वर धाम मंदिर के पट खोलने की मांग

सोमेश्वर धाम मंदिर के पट खोलने की मांग

रायसेन. नगर के युवाओं एवं बम बम भोलेनाथ सेवा समिति रायसेन ने मंगलवार को डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर किला स्थिति सोमेश्वर महादेव के पट खोलने की मांग की है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल के नाम सौंपे ज्ञापन में कहा है कि रायसेन का किला हमारे प्राचीन राजाओं की निशानी है।
इसे पर्यटन स्थलों में शामिल करना चाहिए। समिति के अध्यक्ष प्रशांत पाराशर ने बताया कि भगवान भोलेनाथ के मंदिर के पट दर्शन के लिए हमेशा के लिए खोले जाने चाहिए। युवा वरुण खत्री का कहना है कि रायसेन किला हमारे पूर्वजों की देन है और धीरे-धीरे कमजोर भी होता जा रहा है, इसे समय रहते नहीं संभाला गया तो ध्वस्त हो जाएगा।
किले पर स्थित भगवान भोलेनाथ के मंदिर के पट वर्ष भर बंद रख कर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ न किया जाए। इस मौके पर राहुल शर्मा, पूरब सोलंकी, बालमुकुंद मेघवंशी, राजू चौहान, आकाश पंथी, ज्ञान मालवीय, रोहित पटेल, विवेक सेन, दीपक कुशवाहा, ओमप्रकाश विश्वकर्मा, शिवांश श्रीवास्तव, सूरज विश्वकर्मा, मनीष शिल्पी, रवि बारस्कर, छोटू विश्वकर्मा, मिंकू परसाई, राहुल सक्सेना आदि मौजूद थे।

शिव-पार्वती का पूजन कर लिया जाता है आशीर्वाद
रायसेन. श्रावण माह में कई पर्वों का संयोग बनता है, जिनमें से एक हरियाली तीज भी है। हरियाली अमावस्या के तृतीय दिवस सावन मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को यह त्यौहार मनाया जाता है। इसे श्रावणी तीज भी कहा जाता है। इस बार यह पर्व 23 जुलाई गुरुवार के दिन मनाया जाएगा। जब सब ओर हरियाली की छटा छा जाती है। महिलाए पेड़ों पर झूला झूलते हुए मधुर गीत गाती हैं, तब यह त्योहार मनाया जाता है। तीज का पर्व सुहागिन स्त्रियों के लिए बहुत खास होता है। इस दिन सुहागिन स्त्रियां व्रत रखकर सोलह शृंगार करती हैं।
माता-पार्वती और शिव जी की पूजा करके अपने पति की लंबी आयु और सौभाग्य की प्रार्थना करती हैं। कुछ जगह इसे कजली तीज के नाम से भी जाना जाता है। पंडित राजेन्द्र दुबे सोमवारा वाले ने बताया कि हरियाली तीज पर शिव-पार्वती का पूजन किया जाता है। हरियाली तीज तृतीया तिथि 22 जुलाई को शाम सात बजकर 23 मिनट से आरम्भ होकर 23 जुलाई को शाम पांच बजकर 04 मिनट तक रहेगी।

ट्रेंडिंग वीडियो