लगभग चार साल पहले केंद्र सरकार की पायका योजना के तहत हर ब्लॉक में खेल स्टेडियम बनाने की तैयारियां शुरू हुई थीं। खेल एवं युवक कल्याण विभाग ने इनके लिए जगह भी चिन्हित कर ली थी, लेकिन बाद में यह योजना रद्द हो गई।
मिंडीदीप. नगर का एक मात्र खेल मैदान तिल तिलकर सिकुड़ता जा रहा है। हालत ये है कि एक दशक में खेल मैदान की सीमा में करीब २० से ३० फीट तक लोगों ने कब्जा कर स्थाई निर्माण कर लिए हैं।
सांची. नगर से 4 किलोमीटर दूर आमखेड़ा पहाड़ी पर ग्रामीण विकास विभाग द्वारा खेल स्टेडियम निर्माण का काम 2017 में शुरू किया गया था, जो 2018 में बंद हो गया। एक साल चले काम के बीच 80 लाख रुपए में केवल बाउंड्री वाल ही बन सकी।
इनका कहना है
– खेल मैदान के आसपास रहने वाले लोग धीरे-धीरे कर स्थाई निर्माण कर रहे हैं, इससे मैदान की सीमाएं सिकुड़ती जा रही है, लेकिन स्थानीय प्रशासन को इसकी खबर तक नहीं है।
प्रहलाद राठौर, हॉकी कोच मंडीदीप
– अरविंद इलाइजर, जिला खेल अधिकारी खेल एवं युवा कल्याण विभाग
– सोनिया कुमरे, हॉकी खिलाड़ी मंडीदीप
– तहसील में युवाओं को खेलों का अभ्यास करने की कोई व्यवस्था नहीं है। जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिससे खेल प्रतिभाएं आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। इस ओर जिम्मेदारों को ध्यान देने की जरूरत है।
– कमलेश सिंह, खेल प्रेमी सिलवानी