पांच करोड़ से अधिक राम नाम लेखन
कार्यक्रम के संचालक अधिवक्ता चतुरनारायण रघुवंशी ने बताया कि श्रीरामचरितमानस विद्यापीठ द्वारा स्थापित नित्यानंद राम नाम लेखन संग्रह बैंक में विभिन्न ग्रामों से राम नाम लेखन का लेखन कार्य चल रहा है, जिसमें अभी तक पांच करोड़ से अधिक राम नाम लेखन संग्रह एकत्रित हो चुका है।
कार्यक्रम में कोरोना महामारी के बचाव एवं उपायों का विशेष ध्यान रखा गया। मंगल आरती में संतोष उपाध्याय, कमलेश दीक्षित, कन्हैयालाल विश्वकर्मा, उमेश मेहरा, मान सिंह खुरयात, केशव सिंह राजपूत, ओंकार सिंह पटेल, लाल सिंह लोधी, केशव भार्गव, देवेंद्र नोरिया, शिवचरण राजपूत, धीरज तिवारी, राम कुमार सोनी, तिलक सिंह परमार, भरत सिंह राजपूत सहित विभिन्न ग्रामों के श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम के संचालक अधिवक्ता चतुरनारायण रघुवंशी ने बताया कि श्रीरामचरितमानस विद्यापीठ द्वारा स्थापित नित्यानंद राम नाम लेखन संग्रह बैंक में विभिन्न ग्रामों से राम नाम लेखन का लेखन कार्य चल रहा है, जिसमें अभी तक पांच करोड़ से अधिक राम नाम लेखन संग्रह एकत्रित हो चुका है।
कार्यक्रम में कोरोना महामारी के बचाव एवं उपायों का विशेष ध्यान रखा गया। मंगल आरती में संतोष उपाध्याय, कमलेश दीक्षित, कन्हैयालाल विश्वकर्मा, उमेश मेहरा, मान सिंह खुरयात, केशव सिंह राजपूत, ओंकार सिंह पटेल, लाल सिंह लोधी, केशव भार्गव, देवेंद्र नोरिया, शिवचरण राजपूत, धीरज तिवारी, राम कुमार सोनी, तिलक सिंह परमार, भरत सिंह राजपूत सहित विभिन्न ग्रामों के श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
रामचरित मानस की प्रति भेंट की
मानस विद्यापीठ की ओर से बांसखेड़ा के साहिब अहिरवार को रामचरित मानस की प्रति भेंट की गई। कार्यक्रम प्रभारी प्रेम शंकर चंदेल ने अंगले कार्यक्रम की घोषणा की। सभी ने कोरोना महामारी से मुक्ति पाने के लिए शिव दरबार में हनुमान चालीसा का पाठ किया।
मानस विद्यापीठ की ओर से बांसखेड़ा के साहिब अहिरवार को रामचरित मानस की प्रति भेंट की गई। कार्यक्रम प्रभारी प्रेम शंकर चंदेल ने अंगले कार्यक्रम की घोषणा की। सभी ने कोरोना महामारी से मुक्ति पाने के लिए शिव दरबार में हनुमान चालीसा का पाठ किया।