जैसे ही गुरु वशिष्ट के कृपा हुई भगवान चारों भाइयों के साथ अयोध्या में राजा दशरथ के यहां अवतार लिए। इस कथा से हम सबको यह शिक्षा मिलती है कि अपने जीवन में कभी भी किसी चीज का अहंकार ना करें और गुरु का बराबर सम्मान करें। गुरु ही है जो हमें अंधकार से निकालकर प्रकाश की ओर ले जाता है। कथा में बड़े धूमधाम से श्री राम जन्म उत्सव मनाया गया।