परीक्षा में किसी भी तरह की अनियमितता, नकल आदि गतिविधियों पर नजर रखने के लिए प्रशासन द्वारा उडऩदस्ता बनाए गए हैं। वहीं डीइओ स्तर पर दो दल बनाए गए हैं। जो पूरे जिले में भ्रमण करेंगे, जबकि विकासखंड स्तर पर भी बीइओ द्वारा अलग-अलग दल बनाए गए हैं। डीइओ एमएल राठोरिया ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए अलग व्यवस्थाएं की गई हैं। यदि कोई संक्रमित छात्र परीक्षा देने पहुंचता है, तो उसे अलग कक्षा में बैठाया जाएगा। केन्द्रों पर सेनेटाइजर और मास्क की भी व्यवस्था रहेगी।
राठोरिया ने बताया कि परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक होगी। परीक्षार्थियों को सुबह 08:45 बजे तक परीक्षा कक्ष में उपस्थित होना पड़ेगा। किसी तरह का दबाव अपने ऊपर नहीं आने दें
परीक्षा को लेकर छात्रों में मानसिक तनाव होना लाजमी है, लेकिन अधिक तनाव नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे में आम दिनों की तरह सामान्य रहना चाहिए। साइकोलॉजिस्ट शैली राय का कहना है कि परीक्षा के दिनों में तनाव रहित रहें, किसी तरह का दबाव अपने ऊपर नहीं आने दें। जितना पढ़ा है, उसे ही रिवाइज कर पेपर देने जाएं, इस समय नया पढऩे का प्रयास नहीं करें। हल्का भोजन लें और नींद भी लें। इस दौरान पालकों की भी जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों पर पढ़ाई का दबाव नहीं बनाएं, घर का माहौल शांत और खुशनुमा रखें, बच्चों को उनकी पसंद के अनुरूप भोजन दें और उनका हौसला बढ़ाएं।
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-परीक्षा केंद्र में सिर्फ पेन, पेंसिल ही ले जा सकते हैं।
-पारदर्शी पानी की बोतल, सेनेटाइजर की छोटी शीशी तथा मास्क ले जा सकते हैं।
- घड़ी, मोबाइल सहित अन्य अनुपयोगी वस्तु ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
-परीक्षा केंद्र में सिर्फ पेन, पेंसिल ही ले जा सकते हैं।
-पारदर्शी पानी की बोतल, सेनेटाइजर की छोटी शीशी तथा मास्क ले जा सकते हैं।
- घड़ी, मोबाइल सहित अन्य अनुपयोगी वस्तु ले जाने की अनुमति नहीं होगी।