नागरिकों का कहना है कि यदि डायवर्सन रोड पर डामर नहीं किया तो प्रतिदिन सुबह-शाम डायवर्सन वाले हिस्से पर पानी का छिड़काव कराया जा सकता है, जिससे दो पहिया वाहन चालक धूल से बच सकेंगे। मगर ठेकेदार अपनी मनमानी से निर्धारित मापदंडों की अनदेखी कर सड़क का निर्माण कर रहा है। वहीं पीडब्ल्यूडी के अधिकारी और साइट इंजीनियर भी खामोश हैं।
शहरवासियों की चिंता कैसे टिकेगी सड़क
उक्त सड़क का निर्माण भी सांची रोड गोपालपुर से खरगावली सागर रोड तक बन रही फोरलेन सड़क भी अनदेखी और मनमाने तरीके से किया जा रहा है। इससे शहरवासियों को अब यह चिंता सताने लगी है कि पचास करोड़ की लागत वाली ये दोनों सड़कें कितने समय तक टिकाऊ रहेंगी। क्योंकि सांची रोड पर लगभग आधा दर्जन स्थानों पर एक माह पहले बनी फोरलेन डामर सड़क धंसती जा रही।