ब्राम्हण महासभा के तत्वधान में नगर के हनुमान बाग मंदिर पर एक बैठक रखी गई। जिसके उपरांत ब्राम्हण और स्वर्ण समाज के सैकड़ों लोग मंत्री रामपाल के मुर्दाबाद और एससीएसटी एक्ट बंद करो के नारे लगाते हुए नया बस स्टैंड पहुंचे और मंत्री रामपाल सिंह राजपूत का पुतला दहन किया।
ब्राह्मण और सवर्ण समाज में गहरा आक्रोश
जहां एक और ब्राह्मण को सभी समाजों में सर्वोच्च एवं सम्मानीय माना जाता है और ब्राह्मण को गलत नजरों से देखना भी पाप मानते हैं ऐसे ब्राह्मणों के लिए भोपाल में तानाशाह मंत्री रामपाल सिंह के बंगले पर लात, घुसा और बर्बरता पूर्वक दौड़ा दौडा कर लात, घूंसो से मारपीट की जिससे ब्राह्मण और सवर्ण समाज में गहरा आक्रोश है!
ब्राह्मण समाज के लोगों का कहना है कि मंत्री रामपाल के द्वारा की गई ऐसी ब्राह्मणों के साथ निंदनीय घटना है ब्राह्मण समाज के लोगों कहना है कि हम अपमान सहन नहीं करेगे। ब्राम्हण महासभा के लोगों का कहना है की मंत्री रामपाल सिंह राजपूत की राजनीति सिलवानी विधानसभा से शुरू हुई थी जहां से विधायक व मंत्री बन कर गए और करीब 25 साल से राज करते आ रहे हैं लेकिन वे अपने विधानसभा के लोगों को निराश कर रहे हैं।
ये है मामला
मध्यप्रदेश की राजधानी में एससी एसटी एक्ट संशोधन के विरोध में सवर्ण समाज द्वारा विरोध किया जा रहा था। सवर्ण समाज कानून में सुधार करने के लिए जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे थे। 20 सितम्बर को सवर्ण समाज के लोगों ने बीजेपी दफ्तर के गेट के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं को काले झंडे दिखाने के बाद मंत्री रामपाल सिंह के बंगले में घुस कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, इस दौरान पुलिस ने काला झंडा लगाने वाले कुछ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। और पुलिस ने ब्रह्म समागम कल्याण समिति के अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा के साथ कुछ मारपीट भी की। जिससे समाज के लोगों ने इस घंटना की कड़ी निंदा की है और जगह जगह म़ंत्री रामपाल सिंह का पुतला दहन किया।