सरकारें किसानों को करती हैं गुमराह
किसानों का कहना है कि सभी सरकारें झूठ वादा कर किसानों को गुमराह करती हैं। रिछावर के कई किसानों का कहना है कि वर्ष के शुरुआत में मात्र एक किश्त हमारे खाते में डालने के बाद आज तक कोई भी किश्त नहीं डाली गई, जबकि अभी तक दूसरी किश्त भी पहुंचा दी जाना चाहिए थी, लेकिन सम्मान निधि के नाम पर केंद्र की मोदी सरकार किसानों को परेशानी में डालकर खासा इंतजार करवा रही है।
किसानों का कहना है कि सभी सरकारें झूठ वादा कर किसानों को गुमराह करती हैं। रिछावर के कई किसानों का कहना है कि वर्ष के शुरुआत में मात्र एक किश्त हमारे खाते में डालने के बाद आज तक कोई भी किश्त नहीं डाली गई, जबकि अभी तक दूसरी किश्त भी पहुंचा दी जाना चाहिए थी, लेकिन सम्मान निधि के नाम पर केंद्र की मोदी सरकार किसानों को परेशानी में डालकर खासा इंतजार करवा रही है।
किसानों ने कहा कि अब तो मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की घोषणा भी भाजपा की सरकार में नरेन्द्र मोदी ने की थी। इससे तो यह लगने लगा है कि चुनावी वादों में घोषणाएं करके सरकार बनाकर सभी वादे भूल जाते हैं। प्रधानमंत्री सम्मान निधि की यह घोषणा से किसानों में खुशी थी। इसी को लेकर आज तक किसान बैंक, पटवारी और तहसील के चक्कर लगाकर परेशान हो रहे हैं।
& प्रधानमंत्री सम्मान निधि के मात्र २३ फीड किए जाने हैं। इसका पूरा कार्य भोपाल या दिल्ली से होता है। पांच साल पुराने वालों को यह राशि मिलेगी। अगर आपने पांच साल के अंदर रजिस्ट्री और नामांतरण कराया गया है या कोई बदलाव हुआ है तो यह सम्मान निधि के दायरे में नहीं आती।
– छोटेलाल गिरी गोस्वामी, तहसीलदार देवरी।
& प्रधानमंत्री सम्मान निधि के मात्र २३ फीड किए जाने हैं। इसका पूरा कार्य भोपाल या दिल्ली से होता है। पांच साल पुराने वालों को यह राशि मिलेगी। अगर आपने पांच साल के अंदर रजिस्ट्री और नामांतरण कराया गया है या कोई बदलाव हुआ है तो यह सम्मान निधि के दायरे में नहीं आती।
– छोटेलाल गिरी गोस्वामी, तहसीलदार देवरी।