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कोरोना के कहर से जूझते हुए सबका एक ही मकसद, कोई भूखा न रहे

locationरायसेनPublished: Apr 03, 2020 12:00:45 am

ऐसे मजबूर परिवारों की मदद से अच्छा कोई काम नहीं हो सकता

कोरोना के कहर से जूझते हुए सबका एक ही मकसद, कोई भूखा न रहे

कोरोना के कहर से जूझते हुए सबका एक ही मकसद, कोई भूखा न रहे

रायसेन. लॉकडाउन में घर में रहना है, ऐसे में क्या करें। लोग संकट में हैं, खासकर गरीब परिवार, जिनके सामने दो वक्त की रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे मजबूर परिवारों की मदद से अच्छा कोई काम नहीं हो सकता। इसीलिए कई लोगों ने अपना मकसद बना लिया है, कोई भूखा न रहे। हर जरूरतमंद को दोनों वक्त का भोजन मिले। इसी संकल्प के साथ शहर सहित जिले के कई सामाजिक संगठन मदद का हाथ बढ़ा रहे हैं। कुछ परिवार अपने घरों में भोजन बनाकर गरीबों तक पहुंचा रहे हैं। ये ऊंच-नीच, जात-पात का भेद भूल कोरोना वारियर बनकर इस जंग को जीतने का मंत्र फूंक रहे हैं।
शहर के कई समाजसेवियों व सामाजिक संगठनों द्वारा मदद का सिलसिला अब और तेज हो गया है। आरएसएस, व्यापार महासंघ, मुस्लिम त्योहार कमेटी सहित कई अन्य संगठन गरीबों को भूखा नहीं सोने दे रहे हैं। शहर में ही हर दिन लगभग दो सौ परिवारों को भोजन दिया जा रहा है। इसके अलावा बाहर से पलायन कर शहर से गुजर रहे लोगों को भी भोजन दिया जा रहा है।
संघ बांट रहा भोजन
शहर के गरीब झुग्गी-बस्तियों में आरएसएस द्वारा खिचड़ी, गुड़ सहित पूड़ी, सब्जी, हलुआ बांटा जा रहा है। स्वयंसेवक नीलम चंद साहू, राजवेंद्र सिंह ठाकुर, पवन ठाकुर, देवकरन पटेल, विष्णु श्रीवास्तव, गोविंद गौर, बबलू पंथी, अशोक पंथी आदि जरूरतमंदों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
संगठनों द्वारा अब तक दस हजार पैकेट बांटे
व्यापार महासंघ व राजनीतिक दलों द्वारा अब तक दस हजार भोजन पैकेट बांटे गए हैं। सिलसिला अभी जारी है। व्यापार संघ अध्यक्ष संतोष साहू, मुदित शेजवार, गोविंद सोनी, बबलू पंथी, रामकुमार साहू, बंटी माहेश्वरी, शैलेंद्र अग्रवाल आदि पिछले सात दिनों से जरूरतमंदों को भोजन के पैकेट बांट रहे हैं। मनोज अग्रवाल, विकास शर्मा, रूपेश तंतवार, सुमित माहेश्वरी भी गरीबों के घर पहुंचकर भोजन दे रहे हैं।
हर दिन ५० लोगों को भोजन दे रहा पारे परिवार
शहर के यशवंत नगर निवासी पारे परिवार लॉकडाउन में गरीबों की सेवा कर रहा है। यह परिवार हर दिन ५० लोगों के लिए भोजन के पैकेट बनाकर नगर पालिका के माध्यम से गरीबों तक पहुंचा रहा है। अदालत से सेवानिवृत्त संतोष पारे और उनकी पत्नी रीता पारे परिवार की अन्य महिलाओं के साथ खुद भोजन पकाते हैं और पैकेट बनाकर नगर पालिका के सीएमओ को बुलाकर उनके सुपुर्द करते हैं। संतोष पारे ने बताया कि लॉकडाउन का पालन करते हुए गरीबों की सेवा का अवसर मिला है, जिसका लाभ उठा रहे हैं।
दु:खद सूचना ग्रुप ने सौपा ५५ हजार का चैक
रायसेन. जिला मुख्यालय पर दु:खद सूचना की जानकारी का आदान-प्रदान करने वाले दु:खद सूचना ग्रुप ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए रेड क्रास सोसायटी के नाम कलेक्टर को ५५ हजार ५५५ रुपए का चैक सौंपा। दु:खद सूचना ग्रुप का संचालन रमन यादव द्वारा किया जाता है। ग्रुप के सदस्य सूचनाओं के आदान-प्रदान के साथ अन्य सामाजिक कार्य भी करते हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए सदस्यों ने धनराशि संग्रह की और रेड क्रास समिति को सौंपी। इस मौके पर रमन यादव, दिनेश अग्रवाल, जीएल शाक्या मौजूद थे।

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