बारिश बाद काम की रफ्तार बढ़ाने की बात संबंधित अधिकारियों द्वारा कही गई थी, लेकिन बारिश बीते डेढ़ माह निकल गया, पर काम की गति नहीं बढ़ी। इस कारण उड़ती धूल राहगीरों की परेशानी का कारण बन रही है, तो दमा के मरीजों के लिए मुसीबत खड़ी कर रही है। पोल शिफ्टिंग के लिए कभी भी बिजली बंद की जाती है, तो पेड़ काटने से हर कभी सड़क पर आवागमन थम जाता है। सड़क निर्माण के लिए 755 पेड़ काटने का ठेका दिया गया है। ठेकेदार कभी भी कहीं भी पेड़ काटने लगता है, जिससे घंटों आवागमन बाधित होता है। सड़क ठेकेदार, पेड़ काटने वाला ठेकदार और बिजली कंपनी की मनमानी शहर के लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है।
पैचवर्क की तरह हो रहा निर्माण
सड़क चौड़ीकरण का काम किसी पैचवर्क की तरह किया जा रहा है। पूरी सड़क पर जगह-जगह टुकड़ों में खुदाई कर बेस बनाने के लिए गिट्टी भरी जा रही है। सागर रोड पर स्वास्थ मंत्री के घर के सामने ही आधी सड़क खोदकर बेस बनाने के लिए भराव किया है, लेकिन उसे पूरा नहीं किया है। एक सप्ताह से यहां लोग परेशान हो रहे हंै। आधी सड़क ही आवागमन के लिए बची है, जिससे दिन में कई बार जाम लगता है।
यहां पूरी सड़क पर फैलाई गिट्टी
गोपालपुर से बाइपास तिराहा से रायसेन की ओर आने वाली सड़क लगभग सौ मीटर लंबाई में पूरी तरह खोदकर गिट्टी फैला दी है। जिस पर रोलर भी नहीं चलाया गया। लगभग १५ दिन से यह हिस्सा ऐसा ही है, यहां से गुजरने वाले दुपहिया वाहन गिट्टी पर फिसल रहे हंै। जबकि चार पहिया वाहनों के टायर खराब हो रहे हैं, टायरों से उछलती गिट्टियां राहगीरों को घायल कर रही हैं।
जहां तहां बहता है पानी
सड़क निर्माण के लिए की जा रही खुदाई से शहर की जल सप्लाई व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। पानी की लाइन फूटने से जहां तहां पानी बहता रहता है। मुख्य बाजार में दुकानों के सामने पानी भरने से व्यापारियों का कारोबार प्रभावित होता है।
-ठेकेदार को तेज गति से काम करने के लिए कहा गया है। कुछ काम ऐसे हंै, जिनमें समय लगता है। शहर के बाहरी हिस्सों में डामरीकरण शुरू हो चुका है। जल्द ही शहर में भी काम तेज होगा।
-किशन वर्मा, ईई पीडब्ल्यूडी