इन धमाकों के चले कई घरों में दरारें आ जाने से दहशत में इजाफा हुआ है। ऐसे समझें पूरा मामला…
दरअसल एनएच 12 पर इन दिनों फोरलेन प्रोजेक्ट के अंतर्गत सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। जिसके चलते दिल्ली की सीडीएस कंपनी इन दिनों एसीजी कंपनी के सामने पहाड़ी को खोदकर समतल कर रही है।
दरअसल एनएच 12 पर इन दिनों फोरलेन प्रोजेक्ट के अंतर्गत सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। जिसके चलते दिल्ली की सीडीएस कंपनी इन दिनों एसीजी कंपनी के सामने पहाड़ी को खोदकर समतल कर रही है।
वहीं पहाड़ी को काटने में कंपनी विस्फोटक का उपयोग कर रही है। इसी के चलते बीती रात किए गए धमाके से क्षेत्र का पटेल नगर अचानक कुछ पलों के लिए हिल सा गया, जिसके कारण यहां के रहवासी थर्रा गए। इतना ही धमाका नहीं इतना तेज था उनके मकानों में दरारें तक पड़ गई। मकानों में आई दरारों व छोटे-बड़े कई नुकसानों के बीच रहवासियों की दहशत में इजाफा हो गया।
दहशत में आए रहवासियों ने विस्फोट की घटना के बाद शनिवार को मंडी थाना प्रभारी राजेश तिवारी को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें रहवासियों ने कलेक्टर से मांग की है कि सड़क निर्माण करने वाली कंपनी को हिदायत दें कि रहवासियों का ध्यान रखते हुए भविष्य में विस्फोट न करें और अन्य विधि से पत्थरों को तोड़ा जाए।
रहवासियों का आरोप है कि हाईवे निर्माण में नियमों की अनदेखी की जा रही है। नियम अनुसार रहवासी क्षेत्र में बारूदी सुरंग विस्फोटक का उपयोग प्रतिबंधित है। इसके बाद भी ठेका कंपनी बिना किसी अनुमति के धड़ल्ले से विस्फोटकों का इस्तेमाल कर रही है।
लोगों का कहना है कि कंपनी द्वारा हर रोज रात 2 से सुबह 5 तक धमाके किए जा रहे हैं। इससे रहवासियों में डर बैठ गया है। वहीं इन धमाकों से हो रहे नुकसान के चलते वह अपनी जान माल को लेकर चिंतित हैं। कॉलोनी के लोगों का ये तक कहना है कि इन विस्फोटों के चलते वे रातभर चैन से सो नहीं पाते हैं, क्योंकि विस्फोट से रातभर कंपन महसूस होता रहता हैं।