दुुविधा में Farmers कहां बेंचे अपनी उपज
समर्थन मूल्य से ज्यादा बाजार में मिल रहे गेहूं के दाम
बाजार में या फिर सरकार को बेचें फसल।
रायसेन
Updated: March 31, 2022 10:58:53 pm
रायसेन. जिले में समर्थन मूल्य में गेहूं खरीदी चार अप्रैल से शुरु हो रही है। वहीं इस बार बाजार में गेहूं के प्रति क्विंटल दाम सरकार द्वारा घोषित किए गए समर्थन मूल्य से अधिक है। ऐसे में किसान असमंजस में दिखाई दे रहे कि वे सरकार को अपनी फसल बेंचे या फिर बाजार में व्यापारियों को गेहूं बेचा जाए। सरकार द्वारा इस बार गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2015 रुपए निर्धारित किया गया है। जबकि बाजार में अच्छे किस्म का गेहूं 2200 से 2500 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है। कुछ व्यापारी किसानों से समर्थन मूल्य से अधिक कीमत में गेहूं खरीदने के लिए तैयार हैं। कृषि उपज मंडी में गेहूं लेकर किसानों का पहुंचना शुरु हो गया है। वहीं समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी चार मार्च से प्रारंभ हो सकती है। हालांकि अभी सहकारी समिति के कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं। ऐसे में खरीदी शुरु होने में संशय बना हुआ है।
देर से होता है भुगतान
कुछ किसानों का कहना है कि खरीदी केन्द्रों में फसल बेचने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। फसल को अच्छी तरह साफ करके ले जाने में भी में नमी, कचरा आदि बताकर परेशान किया जाता है। यही नहीं किसी तरह फसल तुलाई हो भी गई तो इंतजार यह करना पड़ता है कि खरीदी केन्द्र से बेची गई उपज का उठाव हो जाए ताकि किसान को भुगतान हो जाए।
बता दें कि किसान द्वारा खरीदी केन्द्रों पर बेची गई फसल का भुगतान तब तक नहीं किया जा सकता है। जब तक खरीदी केन्द्र से उस किसान की उपज का उठाव नहीं हो जाता है। अब तक देखा गया है कि जिन ठेकेदारों को परिवहन की जिम्मेदारी दी जाती है। उनके द्वारा परिवहन में लेट लटीफी की जाती है जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है।

दुुविधा में Farmers कहां बेंचे अपनी उपज
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