scriptकिसानों ने मंडी में औने-पौने दामों में बेची गेहूं की उपज | Farmers sell wheat in the market at an average price of 30p. | Patrika News

किसानों ने मंडी में औने-पौने दामों में बेची गेहूं की उपज

locationरायसेनPublished: Mar 27, 2019 11:54:20 pm

किसान परेशान हो रहे हैं मगर फिर भी तमाम कोशिशों के बावजूद निर्धारित समय पर समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की शुरुआत, नहीं हो सकी

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Raisen Farmers are getting disturbed but despite all the efforts, the start of wheat procurement could not be started at the support price at the scheduled time. But the SMS is being sent to the farmers, whereas the purchasing centers have not yet been determined. In such a situation, where and where did the farmers go to Tilva and who to buy wheat?

रायसेन. किसान परेशान हो रहे हैं मगर फिर भी तमाम कोशिशों के बावजूद निर्धारित समय पर समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की शुरुआत, नहीं हो सकी। मगर किसानों को एसएमएस भेजे जाने लगे हैं, जबकि अभी तक खरीदी केन्द्रों का निर्धारण नहीं हो सका। ऐसे में किसान कहां और किसे गेहूं तुलवाने जाएं। बुधवार को जब पत्रिका टीम ने मंडी परिसर पहुंचकर देखा, तो व्यापारियों की दुकानों के सामने गेहूं की तुलाई का सिलसिला चल रहा था। जबकि हर वर्ष मंडी परिसर में बनाए जाने वाले समर्थन मूल्य खरीदी केन्द्र की जगह पर सन्नाटा पसरा हुआ था।
इससे परेशान किसानों ने औने-पौने दामों पर अपनी उपज व्यापारियों को बेच दी। मंडी सचिव उमेश शर्मा ने बताया कि बुधवार को लगभग 20 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में लगभग450 से 500 क्विंटल गेहूं की उपज की आवक हुई। इस वर्ष नए गेहूं की आवक यह पहला दिन ही रहा। पहले दिन किसानों को 1700 रुपए से लेकर 1860 रुपए प्रति क्विंटल के दाम पर गेहूं बेचना पड़ा। इसी तरह 35 टै्रक्टर-ट्रॉलियों में धान की आवक दर्ज हुई।
गौरतलब है कि 25 मार्च से जिले में गेहूं खरीदी प्रारंभ होना थी, लेकिन नागरिक आपूर्ति निगम, जिला सहकारी बैंक, खाद्य विभाग और जिला प्रशासन मिलकर अभी तक खरीदी केन्द्र का स्थान ही चयन नहीं कर पाए।
इन्हें मिले एसएमएस
रायसेन मंडी परिसर केन्द्र के तहत डाबरा के किसान रविशंकर को १२५ क्विंटल गेहूं और किसान लीलाबाई को १५२ क्विंटल गेहूं बेचने का एसएमएस प्राप्त हुआ है। सालेरा के तेजराम ने बताया कि उन्हें भी २१ क्विंटल गेहूं बेचने का एसएमएस मिल चुका है। मगर खरीदी केन्द्र की अब तक शुरुआत नहीं हुई।
फसल कटाई का दौर शुरू
इन दिनों जिले भर में फसल कटाई का दौर तेजी से चलने लगा है। कटाई के साथ फसलों की थ्रेसिंग का कार्य भी चल रहा है। मगर जिम्मेदारों की लापरवाही कहें या फिर उदासीन रवैया, इस कारण केन्द्रों का निर्धारण नहीं हो सका।
इससे परेशान होकर किसान अब कृषि उपज मंडी में उपज बेचने के लिए आने लगे। हालांकि मंडी परिसर में बुधवार को टीन में बारदानों की गठानों को उतरवाया गया, लेकिन खरीदी कब से शुरू होगी यह बताने के लिए कोई भी जिम्मेदार अधिकारी तैयार नहीं है।
जिलेभर में किसानों की उपज तुलाई में परेशानी नहीं होने दी जाएगी। जिले की ७१ सोसायटियों के तहत १२१ गेहूं खरीदी बनाए गए हैं। किसानों के मोबाइल पर भोपाल से ही उपज की तुलाई कराने एसएमएस भेजे जाएंगे। किसान चिंतित नहीं हो आपका एक-एक दाना खरीदा जाएगा।
-एस प्रिया मिश्रा, कलेक्टर।
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