रायसेन

केंद्र पर मनमानी के चलते चना रिजेक्ट करने पर भड़के किसान

कृषि उपज मंडी परिसर में बने चना खरीदी केन्द्र पर सोमवार को दोपहर में बड़ी देर तक हंगामा होता रहा

रायसेनApr 22, 2019 / 11:06 pm

chandan singh rajput

Raisen In the afternoon, there was a lot of ruckus in the afternoon on Monday at the Chana Purchase Center, made in the agricultural produce market premises. In more than 50 tractor-trawlers, farmers have come to sell produce and produce them. During this time, the quality of gram was mostly rejected by the surveyor’s surveyor, then the farmers got scorched and made a ruckus in the premises.

रायसेन. कृषि उपज मंडी परिसर में बने चना खरीदी केन्द्र पर सोमवार को दोपहर में बड़ी देर तक हंगामा होता रहा। लगभग 50 से ज्यादा टै्रक्टर-ट्रॉलियों में किसान उपज लेकर बेचने आए। इस दौरान चना की क्वालिटी देखने वाले सर्वेयर द्वारा ज्यादातर उपज को रिजेक्ट कर दिया, तो किसान भड़क गए और परिसर में हंगामा कर दिया। किसान खरीदी केन्द्र प्रभारी सहित सर्वेयर की मनमानी का विरोध करने लगे। सूचना मिलते ही एडीएम लखन सिंह तेकाम पहुंचे और उन्होंने किसानों से जानकारी हासिल की। इसके बाद तुलाई शुरू हो सकी।
डाबर गांव के किसान महेन्द्र सिंह बघेल, दीप सिंह बंजारा, हरीश लोधी आदि का कहना है कि यहां पर सर्वेयर द्वारा बेहतर क्वालिटी की उपज को भी खराब बताकर रिजेक्ट कर दिया गया था। जबकि अधिकतर किसान बेहतर किस्म की उपज लेकर आए थे। बिना छन्ना लगाए किसानों की उपज नहीं तौली जा रही थी। वहीं तुलाई में भी लेटलतीफी की जाती है। हम्मालों द्वारा ज्यादा तौलकर किसानों आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा। वहीं जिम्मेदार अधिकारी मौन साधे बैठे हैं।
चना खरीदी केन्द्र पर जब मैं पहुंचा तो वहां पर किसी तरह समस्या नहीं थी। चना की तुलाई चल रही थी।
लखन सिंह तेकाम, एडीएम रायसेन।

दर्जनों खेतों में रोज लगाई जा रही आग
बरेली. खेतों से कटी फसल के बाद बची नरवाई में शाम के समय और मध्य रात्रि में किसान आग लगा रहे हैं। इस आग से आसपास खड़ी फसलों और निवासरत लोगों को खतरा बना रहता है। प्रशासन ने नरवाई में आग लगाने पर प्रतिबंध लगाया है, बावजूद इसके खेतों में हर दिन नरवाई जलाई जा रही है। गत दिनों नरवाई में लगी आग ने आंधी के साथ उग्र रूप धारण कर लिया था, जिससे ५० एकड़ की फसल जल गई थी। और भी कई घटनाएं हो चुकी हैं।
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